रेवाड़ी में पेट्रोल पंप कर्मचारी से 1.27 करोड़ रुपये की ठगी का मामला सामने आया है. खबर है कि कर्मचारी को पार्ट टाइम जॉब दिलाने का लालच दिया गया. इसके बाद ठगों ने उससे ऑनलाइन सट्टेबाजी खिलाकर 1.27 करोड़ रुपये हड़प लिए. साइबर थाना पुलिस केस दर्ज कर इस सट्टेबाजी से जुड़े गैंग का पर्दाफाश करने में जुट गई है. पीड़ित दीपेंद्र बावल स्थित नंद फिलिंग स्टेशन पेट्रोल पंप पर कैशियर के पद पर कार्यरत है.
दीपेंद्र रेवाड़ी के ओढ़ी गांव के रहने वाले हैं. दीपेंद्र ने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि उसके पास 30 सितंबर को टेलीग्राम ऐप पर पार्ट टाइम जॉब का ऑफर आया था. जिसमें उसे पार्ट टाइम जॉब का लालच दिया गया. जिसके बाद दीपेंद्र की आरोपी से व्हाट्सअप चैट होने लगी. 30 सितंबर को आरोपी ने 800 रुपये में कंपनी ज्वाइन कराई. इसके बाद ठगों का खेल शुरू हो गया. आरोपी दीपेंद्र को ऑनलाइन टास्क देकर धन कमाने का लालच देने लगे.
दीपेंद्र ने सबसे पहले गेम खेलने के लिए 2 अक्टूबर को 10 हजार रुपये उनके खाते में जमा कराए. भरोसा जीतने के लिए ठगों ने उसके खाते में 10083 रुपये वापस भेज दिए गए. इस तरह जब भी दीपेंद्र ने रुपये जमा कराए, तो आरोपियों ने उस राशि को बढ़ाकर दीपेंद्र के खाते में जमा कराए. जब ठगों को भरोसा हो गया कि दीपेंद्र उनके जाल में फंस चुका है, तो धीरे-धीरे कर गेम के जरिए रुपये खाते में डलवाते रहे और बताते रहे कि वो रुपये हार गया है.
इस तरह दीपेंद्र ने कुल 1.27 करोड़ रुपये उनके खाते में डालकर दांव पर लगा दिए. बाद में उसे ये एहसास हुआ कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है. जिसके बाद उसने पुलिस से इसकी शिकायत की. जांच अधिकारी राहुल ने कहा कि जिन खातों में रकम ट्रांसफर की गई है, उनका पता लगाकर सीज कराने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है. साइबर थाना प्रभारी कृष्ण कुमार ने बताया कि दीपेंद्र की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.