रेवाड़ी: पिछले 18 दिन से हड़ताल पर बैठे एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल जारी है. पहले उन्होंने अधिकारियों से लेकर मंत्री और मुख्यमंत्री तक मुलाकात की. ज्ञापन देकर रक्तदान शिविर भी लगाए. सरकार को चेताया भी, लेकिन कहीं भी कोई सुनवाई नहीं हुई तो कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी. इसी दौरान एक कर्मचारी की हालत बिगड़ गई.
हड़ताल कर रहे एनएचएम कर्मचारियों ने अब चार दिनों से 72 घंटों के लिए क्रमिश अनशन भी शुरू कर दी है, जिसके चलते बीती देर शाम एक अनशनकारी की हालत भी बिगड़ गई, लेकिन मगर न तो स्वास्थ्य प्रशासन और न ही सरकार ने कोई सुध ली.
इसी के चलते आज फिर से एनएचएम कर्मचारियों ने रेवाड़ी के नागरिक अस्पताल में सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. उन्होंने चेतावनी दी कि या तो सरकार मान जाए, नहीं तो वे आखिरी दम तक लड़ाई लड़ेंगे और जान की बाजी खेलने से भी पीछे नहीं हटेंगे, लेकिन इस दरी को नहीं छोड़ेंगे.
इन कर्मचारियों का कहना है कि वे सरकार से सिर्फ अपनी जॉब सिक्योरिटी मांग रहे हैं, जिससे सरकार पर कोई वित्तीय बोझ भी नहीं पड़ने वाला है, लेकिन उच्चाधिकारियों द्वारा उनकी मांग को सरकार के सामने गलत तरीके से पेश कर गुमराह किया जा रहा है. वहीं स्वास्थ्य मंत्री भी अड़ियल रवैया अपनाए हुए हैं. हालांकि उन्हें भरोसा है कि सरकार जल्द ही उनकी मांग को पूरा करेगी.