चंडीगढ़: ट्राई सिटी मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर यूटी प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने चंडीगढ़ प्रशासन, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल और एयरपोर्ट अथॉरिटी के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में मेट्रो प्रोजेक्ट की उपयोगिता, बजट और किराया सहित कई मुद्दों पर चर्चा की. इसके अलावा मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ प्रशासन अपने सुझाव और आपत्तियां रखी.
चंडीगढ़ में मेट्रो कब चलेगी? मीटिंग में कहा गया कि मेट्रो प्रोजेक्ट से जुड़े सभी दस्तावेज अगली मीटिंग में लेकर आए. बैठक के बाद सामने आया कि ट्राई सिटी मेट्रो प्रोजेक्ट को करीब सात से आठ साल का वक्त लग सकता है. बताया जा रहा है कि चंडीगढ़ में मेट्रो 2031 तक चल सकती है. हाल ही में हरियाणा के वरिष्ठ IAS अधिकारी अशोक खेमका ने इस मुद्दे पर अधिकारियों के साथ बैठक की थी. जिसमें ये साफ हुआ कि चंडीगढ़ में चलने वाली मेट्रो 2031 तक चल पाएगी.
मेट्रो के मुद्दे पर चर्चा: चंडीगढ़ सेक्टर 6 स्थित गेस्ट हाउस में हुई इस मीटिंग का ये दूसरा दौर था. जहां ट्राई सिटी में चलने वाली मेट्रो के संबंध में उच्च अधिकारियों के बीच बैठक की गई. जिसमें 2031 तक चंडीगढ़ में मेट्रो चलाने का प्रस्ताव पेश किया गया. ये प्रस्ताव देश के अलग अलग शहरों में चलने वाली मेट्रो का सर्वे करते हुए पेश किया गया है. जहां सवारियों की संख्या को देखते हुए किराया भी बताया गया है. इस प्रस्ताव के तहत किराए में हर साल पांच फीसदी की वृद्धि की जाएगी.
2031 तक शुरु होगी सेवाएं? मेट्रो परियोजना के तहत अनुमानित लागत 25,631 करोड़ से 30,498 करोड़ बताई गई है. इसके साथ ही बैठक के दौरान तकनीकी परियोजनाओं पर भी चर्चा की गई. हरियाणा के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अशोक खेमका की अध्यक्षता में हुई बैठक के दौरान रेल इंडिया तकनीकी और आर्थिक सेवा (राइट्स) का कहना था कि ट्राइसिटी में चलने वाली मेट्रो 2031 तक अपनी सेवाएं शुरू कर पाएगी. इस बैठक के दौरान खास तौर पर सवारियों को देखते हुए किराया भी तय किया गया. जो हर साल 5% बढ़ाया जाएगा.
ट्राई सिटी मेट्रो प्रोजेक्ट का रूट: फिलहाल किराए का प्रस्ताव ब्योरा ₹14 से 84 रुपये तक रखा गया है. कहा जा रहा है कि ये किराया सीटीयू बस से भी कम का होगा. चंडीगढ़ के पंडौल गांव से शुरू होता हुआ मेट्रो रूट पंचकूला के सेक्टर 28 तक बनाया जाएगा. इस प्रस्ताव के अधीन 2031 में 8400 यात्री, 2041 में 10500, 2051 में 12700, और 2056 में 14100 यात्री सफर कर पाएंगे.
बैठक में मौजूद एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा "हमें अब एक लिखित रिपोर्ट में विवरण प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है. हमें इस बैठक में मंजूरी मिलने की उम्मीद थी, लेकिन अगले महीने होने वाली अगली बैठक के कारण परियोजना में कम से कम तीन महीने की देरी होगी."