रेवाड़ी: स्वास्थ्य विभाग रेवाड़ी की टीम ने उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में छापा मारा है. टीम ने यहां से भ्रूण लिंग जांच करने वाले गिरोह के 2 दलालों को पीछा कर धर दबोचा. हालांकि छापेमारी से कुछ देर पहले ही अस्पताल संचालक पोर्टेबल मशीन को लेकर भाग गया. पुलिस पकड़े गए दलालों से डॉक्टर के संबंध में पूछताछ कर रही है. पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ धारूहेड़ा थाना रेवाड़ी में पीएनडीटी एक्ट के तहत केस दर्ज कराया है.
स्वास्थ्य विभाग को जानकारी मिली थी कि रेवाड़ी जिले के गांव भालखी निवासी संदीप शर्मा व नवीन भ्रूण लिंग जांच करने वाले गिरोह से जुड़े हुए हैं. स्वास्थ्य विभाग ने इनसे भ्रूण लिंग जांच कराने को लेकर संपर्क किया. संदीप ने भ्रूण लिंग जांच कराने की एवज में 50 हजार रुपए की डिमांड की. जिस पर स्वास्थ्य विभाग की टीम रुपए देने को तैयार हो गई. सौदा होने पर संदीप ने कहा कि वह मरीज को उनके द्वारा बताई गई जगह पर लेकर आ जाएं, उसकी जांच कर दी जाएगी.
पढ़ें: रेवाड़ी में सौतेली मां पर चाकू से हमला, पिता की दूसरी शादी से नाराज थी बेटी
रेवाड़ी की टीम का यूपी में डिकॉय ऑपरेशन: इस दौरान संदीप ने 30 हजार रुपए एडवांस मांगे थे. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 2 फरवरी को फोन-पे के माध्यम से संदीप को 30 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए. संदीप ने 5 फरवरी को अल्ट्रासाउंड कराने की बात कही थी. इस बीच स्वास्थ्य विभाग ने डिकॉय पेशेंट तैयार किया. रविवार की सुबह दलाल संदीप ने डिकॉय पेशेंट को रेवाड़ी में दिल्ली-जयपुर हाइवे पर स्थित बनीपुर चौक पर बुलाया.
जहां दोनों दलाल डिकॉय पेशेंट को कार में बैठाकर उसे धारूहेड़ा होते हुए केएमपी के रास्ते पलवल ले गए. जांच से पहले आरोपियों ने बकाया 20 हजार रुपए देने को कहा, जिस पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उसे 10 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए. इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम दलालों की कार का पीछा करती रही. आरोपी यहां से बुलंदशहर के गांव सिकंदराबाद पहुंचे.
पढ़ें: चंडीगढ़ सैलून संचालक पर दुष्कर्म का आरोप, 14 दिन की न्यायिक हिरासत में आरोपी
बादशाहपुर गांव में हो रही थी भ्रूण जांच: गांव के बस स्टैंड से दलाल बाइक के जरिए डिकॉय पेशेंट को बादशाहपुर गांव में 4 कमरों में बने एक छोटे से अस्पताल में लेकर पहुंचा. रेवाड़ी स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इस संबंध में स्थानीय पुलिस व स्वास्थ्य विभाग को पहले ही सूचित कर दिया था. पुलिस ने सूचना पर अस्पताल पर छापा मारा. इससे कुछ देर पहले ही डॉक्टर पोर्टेबल मशीन लेकर फरार हो गया. पुलिस ने दलाल की तलाश की तो वह भी नहीं मिले. इसके बाद पुलिस के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दलालों का पीछा किया और उन्हें रेवाड़ी के गांव खरखड़ा के पास धर दबोचा.