रेवाड़ी: नारनौल जेल रिश्वतकांड में बुधवार की सुबह गुरुग्राम विजिलेंस की टीम ने (Vigilance Raid in Rewari) रेवाड़ी जेल सुपरिटेंडेंट अनिल कुमार के घर रेड की. विजिलेंस की टीम करीब 4 घंटे तक जेल सुपरिटेंडेंट के घर के बाहर ही खड़ी रही. जेल सुपरिटेंडेंट (Rewari Jail Superintendent Anil Kumar) के घर का दरवाजा नहीं खोला गया. फिर वकील के माध्यम से विजिलेंस की टीम ने घर का दरवाजा खुलवाया और अंदर जाकर तलाशी ली, लेकिन ढाई घंटे की तलाश के बावजूद भी आरोपी अनिल नहीं मिला.
मामले को लेकर विजिलेंस इंस्पेक्टर अजीत सिंह ने बताया कि नारनौल जेल रिश्वत कांड में जांच को लेकर हमारी टीम सुबह 5 बजे रेड करने पहुंची थी, लेकिन घर का दरवाजा नहीं खुलने की वजह से टीम जेल अधीक्षक के घर में एंट्री नहीं कर पाई. बाद में वकील के जरिए घर के अंदर मौजूद परिवार के सदस्यों से बात की गई और फिर दरवाजा खुला. करीब ढाई घंटे से ज्यादा समय तक घर के अंदर तलाशी ली गई. विजिलेंस टीम ने पूरे घर को तलाशा, लेकिन कहीं पर भी जेल अधीक्षक नहीं मिला, और टीम को खाली हाथ लौटना पड़ा.
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इंस्पेक्टर अजीत सिंह ने बताया कि जेल अधीक्षक अनिल कुमार जांगड़ा का नाम रिश्वत कांड में सामने आया था, इसलिए उन्हें जांच में शामिल करना था. उनके परिवार वालों ने बताया कि बीती रात 10 बजे ही वह घर से निकल गए थे. अब उनकी तलाश में अन्य जगह छापामारी की जाएगी. जेल रिश्वत कांड में 9 दिसंबर को 7 पीसी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था. इसी मामले में जेल सुपरिंटेंडेंट अनिल कुमार और डिप्टी सुपरिटेंडेंट कुलदीप हुड्डा का नाम आया था.
बता दें कि, नारनौल और रेवाड़ी दोनों जेल में अपराधियों से पैसा लेने का खेल काफी पुराना चल रहा है, जिसकी जानकारी विजिलेंस ब्यूरो को काफी पहले से मिली हुई थी. इसी जानकारी के आधार पर कार्रवाई करते हुए 9 दिसंबर को विजिलेंस गुरुग्राम यूनिट ने नारनौल जेल में रेड की थी. उस वक्त जेल वार्डन राजन को एक लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया था. रिश्वत की रकम हरियाणा-राजस्थान के नामी गैंगस्टर विक्रम उर्फ पपला गुर्जर के खास गुर्गे के भाई से ली गई थी.
उस वक्त जेल के अन्य वार्डन गजे सिंह का नाम भी सामने आया था. विजिलेंस टीम ने गजे सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया था. दोनों से सख्ती से हुई पूछताछ के बाद नारनौल जेल के डिप्टी सुपरिटेंडेंट कुलदीप हुड्डा और नारनौल जेल का अतिरिक्त कामकाज देख रहे रेवाड़ी जेल सुपरिटेंडेंट अनिल कुमार का नाम भी सामने आया. विजिलेंस टीम ने 7-पीसी एक्ट के तहत दर्ज की गई एफआईआर में जेल वार्डन राजन और गजे सिंह के अलावा नारनौल जेल के डिप्टी सुपरिटेंडेंट कुलदीप हुड्डा को नामजद किया है.
रिश्वत कांड में नारनौल जेल के डिप्टी सुपरिटेंडेंट कुलदीप हुड्डा नामजद है, उनकी गिरफ्तारी को लेकर भी विजिलेंस टीम लगातार छापेमारी कर रही है. इस बीच गिरफ्तारी से बचने के लिए कुलदीप हुड्डा ने नारनौल स्थित अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश की कोर्ट में अग्रिम जमानत भी लगाई हुई. जिस पर आज सुनवाई होनी है. वहीं जांच में जिला जेल अधीक्षक अनिल कुमार का नाम भी जुड़ गया. उसी आधार पर विजिलेंस टीम ने बुधवार की सुबह 5 बजे रेवाड़ी स्थित जेल सुपरिटेंडेंट अनिल कुमार के घर पर रेड करने पहुंची.
विवादित रहा जेल सुपरिटेंडेंट का सफर
नारनौल की नसीबपुर के जेल सुपरिटेंडेंट अनिल कुमार के पास रेवाड़ी जेल का भी अतिरिक्त चार्ज है. सुपरिटेंडेंट की जहां भी पोस्टिंग रही उनके साथ विवाद जुड़ते रहे. ये वही अनिल कुमार हैं, जिनका नाम एसआरएस ग्रुप के जिंदल से कथित तौर पर जेल में उगाही करने में जुड़ा था. बताया जा रहा है कि गुरुग्राम में हुई करोड़ों रुपए की चोरी के आरोपी डॉ. सचिन्द्र जैन उर्फ नवल के साथ भी अनिल कुमार से अच्छे संबंध हैं. अनिल कुमार का नाम गुरुग्राम के छैलू हत्याकांड में भी उछला था, बकायदा उस समय नार्को टेस्ट भी हुआ था. अनिल कुमार के खिलाफ फरीदाबाद में दुष्कर्म के आरोप की जांच भी लंबित बताई जा रही है. आरोप जेल में बंद एक महिला बंदी ने लगाए थे.
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