ETV Bharat / state

रेवाड़ी: सफाई के नाम पर चली हरे पेड़ों पर कुल्हाड़ी, ग्रामीणों ने की कार्रवाई की मांग - trees cutting in rewari

रेवाड़ी में शमशान घाट की सफाई के कारण कई हरे पेड़ों को काट दिया गया है. पंचायत ने सिर्फ सूखे पेड़ काटने की अनुमति दी थी, लेकिन ठेकेदार की लापरवाही के चलते हरे पेड़ों को भी काट दिया गया.

green trees cutting in rewari
author img

By

Published : Nov 24, 2019, 8:33 PM IST

रेवाड़ी: पेड़ लगाओ पर्यावरण बचाओ की मुहिम रेवाड़ी जिले के गांव भूरथला में दम तोड़ रही है. दरअसल, खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी नाहड़ द्वारा गांव भूरथला में शमशान घाट की सफाई को लेकर 10 सूखे पेड़ों को काटने की अनुमति दी गई थी.

सूखे पेड़ों के साथ चढ़ी हरे पेड़ों की बलि
पेड़ काटने की अनुमानित कीमत 18,311 रुपये थी, लेकिन बोली इससे ज्यादा 35 हजार रुपये में छूटने की वजह से ठेकेदार ने पंचायत के साथ मिलकर कीमत वसूलने के लिए सूखे पेड़ों के साथ दर्जनों हरे पेड़ भी काट डाले.

सफाई के नाम पर चली हरे पेड़ों पर कुल्हाड़ी, देखें वीडियो

ये भी पढ़ें- हरियाणा के सिरसा में बन रहा पक्षियों के लिए 21 मंजिला आशियाना, 30 लाख रुपये आएगी लागत

जबकि सूखे पेड़ों को काटने की अनुमति के समय ये साफ तौर पर कहा गया था कि एक भी पेड़ ज्यादा काटा गया तो इसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. साथ ही ठेकेदार का टेंडर भी कैंसल किया जाएगा, लेकिन सभी नियमों को ताक पर रखते हुए मौजूदा पंचायत से मिलकर ठेकेदार ने हरे पेड़ों पर अपनी कुल्हाड़ी चला ही दी.

ग्रामीणों ने की सख्ती कानूनी कार्रवाई की मांग
अब ग्राणीणों ने मांग की है कि हरे पेड़ों को काटने में शामिल सभी लोगों के खिलाफ प्रशासन सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई करे, ताकि पर्यावरण को बचाने की मुहिम को सिरे चढ़ाया जा सके.

रेवाड़ी: पेड़ लगाओ पर्यावरण बचाओ की मुहिम रेवाड़ी जिले के गांव भूरथला में दम तोड़ रही है. दरअसल, खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी नाहड़ द्वारा गांव भूरथला में शमशान घाट की सफाई को लेकर 10 सूखे पेड़ों को काटने की अनुमति दी गई थी.

सूखे पेड़ों के साथ चढ़ी हरे पेड़ों की बलि
पेड़ काटने की अनुमानित कीमत 18,311 रुपये थी, लेकिन बोली इससे ज्यादा 35 हजार रुपये में छूटने की वजह से ठेकेदार ने पंचायत के साथ मिलकर कीमत वसूलने के लिए सूखे पेड़ों के साथ दर्जनों हरे पेड़ भी काट डाले.

सफाई के नाम पर चली हरे पेड़ों पर कुल्हाड़ी, देखें वीडियो

ये भी पढ़ें- हरियाणा के सिरसा में बन रहा पक्षियों के लिए 21 मंजिला आशियाना, 30 लाख रुपये आएगी लागत

जबकि सूखे पेड़ों को काटने की अनुमति के समय ये साफ तौर पर कहा गया था कि एक भी पेड़ ज्यादा काटा गया तो इसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. साथ ही ठेकेदार का टेंडर भी कैंसल किया जाएगा, लेकिन सभी नियमों को ताक पर रखते हुए मौजूदा पंचायत से मिलकर ठेकेदार ने हरे पेड़ों पर अपनी कुल्हाड़ी चला ही दी.

ग्रामीणों ने की सख्ती कानूनी कार्रवाई की मांग
अब ग्राणीणों ने मांग की है कि हरे पेड़ों को काटने में शामिल सभी लोगों के खिलाफ प्रशासन सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई करे, ताकि पर्यावरण को बचाने की मुहिम को सिरे चढ़ाया जा सके.

Intro:सफ़ाई के नाम पर चली हरे पेड़ों पर कुल्हाड़ी
बोली महंगी छूटने पर सूखे पेड़ों के साथ काट डाले हरे पेड़
गांव भूरथला में दम तोड़ गई प्रशासन की पर्यावरण बचाओ मुहीम
कोसली, 24 नवंबर।Body:पेड़ लगाओ पर्यावरण बचाओं की मुहीम रेवाड़ी जिले के गांव भूरथला में दम तोड़ रही है। खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी नाहड़ द्वारा गांव भूरथला में शमशान घाट की सफ़ाई को लेकर 10 सूखे पेड़ों को काटने की अनुमति दी गई थी जिसकी अनुमानित कीमत 18311 रूपये थी। लेकिन बोली इससे ज्यादा 35 हज़ार रूपये में छूटने की वजह से ठेकेदार ने पंचायत के साथ मिलकर कीमत वसूलने के लिए सूखे पेड़ों के साथ दर्जनों हरे पेड़ भी काट डाले। जबकि सूखे पेड़ों को काटने की अनुमति के समय यह साफ़ तौर पर कहा गया था की एक भी पेड़ ज्यादा काटा गया तो इसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी साथ ही ठेकेदार का टेंडर भी कैंसिल किया जाएगा। लेकिन सभी नियमों को ताक पर कहते हुए मौजूदा पंचायत से मिलकर ठेकेदार ने हरे पेड़ों पर अपनी कुल्हाड़ी चला ही दी। अब ग्राणीणों ने मांग की है की हरे पेड़ों को काटने में शामिल सभी लोगों के खिलाफ प्रशासन सख्त से सख्त क़ानूनी करवाई करें ताकि पर्यावरण को बचाने की मुहीम को सिरे चढ़ाया जा सकें।
बाइट--ग्रामीण।
बाइट--बलराम, पूर्व सरपंच गांव भूरथला।
बाइट--ताराचंद, सरपंच गांव भूरथला।
Conclusion:अब देखना होगा की पर्यावरण में जहर घोलने वाले इन हरे पेड़ों के दुश्मनों से कैसे निपटेगा जिला प्रशासन।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.