रेवाड़ी: शहर के नागरिक अस्पताल से ट्रामा सेंटर तक बनने वाले फुटओवर ब्रिज का रास्ता पूरी तरह से साफ हो गया है. जयपुर से आई कंस्ट्रक्शन कंपनी की टीम ने f.o.b. के लिए सर्वे की प्रक्रिया को पूरा किया. इसके बाद अब आगामी कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी.
आपको बता दें कि इस कार्य के लिए पिछले कार्यकाल में मंजूरी मिली थी. फिलहाल शहर के ट्रॉमा सेंटर से नागरिक अस्पताल में जाने वाले मरीजों को सर्कुलर रोड पार करके जाना पड़ता है. लोगों को परेशानी तब ज्यादा होती है, जब ट्रॉमा सेंटर में किसी मरीज की मौत होने पर उसका शव स्ट्रेक्चर पर रखकर खुले में सड़क के नागरिक अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस तक लाया जाता है.
गौरतलब है कि सड़क पर खुले में घायल मरीजों के साथ मृतकों के शवों को लाने का ये सिलसिला कई सालों से चल रहा है. जिसकी वजह से न केवल सड़क पर चलने वाले लोग असहज हो जाते हैं बल्कि कई बार हादसे भी होने से टले हैं. इससे सबसे अधिक परेशानी मरीज के परिजनों को उठानी पड़ती है और उन्हें खुद ही स्ट्रेचर खींचकर नागरिक अस्पताल में आना पड़ता है.
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इस परेशानी को देखते हुए तत्कालीन विधायक रणधीर सिंह के प्रयासों से सरकार ने यहां पर फुट ओवरब्रिज बनाने की मंजूरी दी थी. जब उस समय भी फाइल आगे नहीं बढ़ी तो इसके निर्माण के लिए फाइल को मुख्यमंत्री की घोषणा में भी शामिल किया गया. इसके निर्माण में कई अड़चने भी थी, इसके निर्माण स्थान पर अवैध कब्जा होने के साथ-साथ अस्पताल का सामान पड़ा हुआ था.
मामला एक बार फिर उठने के बाद सरकार ने इसके लिए प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए इसका सर्वे कराया है. फिलहाल इस कार्य को पीडब्ल्यूडी की तरफ से कराया जाएगा जिसके बाद आज रविवार को जयपुर की कंस्ट्रक्शन कंपनी के पहुंचने पहुंचे इंजीनियरों ने f.o.b. के लिए लोकेशन की सर्वे करने के साथ अन्य व्यवस्थाएं भी देखी. इसको लेकर बजट में 2.25 करोड़ मंजूर हुए थे.