रेवाड़ी: जिले के गांव चान्दनवास गांव में 8 साल के बच्चे की जोहड़ में डूबने से मौत हो गई. अनुमान लगाया जा रहा है कि मंदिर जाते समय उसका पैर फिसल गया जिससे वो जोहड़ में जा गिरा. जब बच्चा घर नहीं लौटा तो उसकी तलाश शुरू हुई. गुम होने के 12 घंटे बाद शव जोहड़ से बरामद किया गया. गांव वालों का कहना है कि जोहड़ में चाहरदीवारी नहीं होने के चलते यह हादसा हुआ है.
जानकारी के अनुसार रेवाड़ी के गांव चान्दनवास के ओमबीर सोनी उर्फ हाथी का 8 साल का लड़का लक्ष्य 3 अगस्त की शाम 5 बजे घर से खेलने के लिए निकला था. जब वह देर शाम तक घर नहीं पहुंचा तो उसकी तलाश शुरू हुई. लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लग पाया तो अपहरण का शक जताते हुए ओमबीर ने रोहड़ाई थाना पुलिस को सूचित किया.
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पुलिस ने अपहरण का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी. देर रात तलाश के दौरान लक्ष्य की एक चप्पल गांव की एक जोहड़ के किनारे पर मिली. जिसके बाद गांव के कुछ गोताखारों ने रात 11 बजे तक जोहड़ में उसकी तलाश की, लेकिन सुराग नहीं लगा. सुबह पांच बजे ग्रामीण जब तलाश करते हुए जोहड़ पर पहुंचे तो लक्ष्य का शव तैरता दिखाई दिया. ग्रामीणों ने पुलिस को सूचित किया. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लक्ष्य का शव जोहड़ से निकाला और पोस्टमार्टम के लिए रेवाड़ी भेजा.
पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया. गमगीन माहौल में बच्चे को दफना दिया गया. ग्रामीणों का कहना है कि 8 साल का लक्ष्य रोजाना मंदिर में साफ-सफाई करने के लिए आता था. अनुमान है कि 3 अगस्त को भी लक्ष्य मंदिर में जा रहा था और उसी समय उसका पैर फिसल गया और वह जोहड़ में जा गिरा. ग्रामीणों का कहना है कि जोहड़ की चाहरदीवारी पर मंडेर ना होने के कारण यह हादसा हुआ है.