ETV Bharat / state

22 दिन बाद भी जारी आशा वर्कर्स का धरना, बच्चों संग प्रदर्शन करने की दी चेतावनी

बुधवार को आशा वर्कर्स ने जिला सचिववालय पहुंचकर जिला उपायुक्त कार्यालय का घेराव किया. उन्होंने मांगें पूरी नहीं होने पर गुरुवार से अपने साथ बच्चों को भी सड़कों पर लेकर धरना-प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है.

22nd day of asha worker's strike in rewari
22 दिन बाद भी जारी आशा वर्कर्स का धरना
author img

By

Published : Aug 26, 2020, 6:56 PM IST

रेवाड़ी: आशा कार्यकर्ताओं का धरना बुधवार को 22वें दिन में प्रवेश कर गया. बुधवार को भी आशा वर्कर्स रेवाड़ी के जिला सचिववालय पहुंची और नारेबाजी करते हुए सरकार के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया. धरने की अध्यक्षता करते हुए आशा वर्कर यूनियन की जिला प्रधान सुनीता देवी ने कहा कि सरकार को उनकी मांगों पर ध्यान देना चाहिए ताकि कोरोना काल में किसी को भी कोई परेशानी ना हो.

सुनीता देवी ने कहा कि मनोहर लाल खट्टर को कोई कोरोना नहीं हुआ है. आज उनका घेराव होना था, इसलिए वो डर के मारे एक दिन पहले ही आइसोलेट हो गए. उन्होंने कहा कि 7 अगस्त से उनकी हड़ताल शुरू हुई थी और 9 अगस्त को सरकार की आंखें खोलने के लिए सत्याग्रह भी क्या गया था, लेकिन सरकार कुंभकर्णी नींद सोई हुई है. इसको जगाने के लिए लंबा संघर्ष करना पड़ेगा जिसके लिए वो पूरी तरह तैयार हैं.

22 दिन बाद भी जारी आशा वर्कर्स का धरना

आशा कार्यकर्ता महाराणा प्रताप चौक स्थित नेहरु पार्क में एकत्रित हुई. जहां उन्होंने धरने को संबोधित किया. उसके बाद वो प्रदर्शन करते हुए जिला सचिववालय की ओर बड़ी. वहां उन्होंने सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए डीसी कैंप ऑफिस से डीसी कार्यालय को जाने वाली सड़क मार्ग का पूरी तरह से घेराव करते हुए अपनी मांगों के लिए आवाज उठाई.

ये भी पढ़िए: हरियाणा में पहली बार सीएम और स्पीकर की गैर हाजिरी में चली सदन की कार्यवाही

आशा कार्यकर्ता सविता ने बताया कि वो 8 बजे घर से हड़ताल के लिए निकलती हैं. परिवार वाले भी अब परेशान हो चले हैं. वो अपने घर से भूखे ही निकलती हैं और उनके घर पर बच्चे भी उनके बगैर भूखे ही रहते हैं. सरकार को अब इस ओर ध्यान देना चाहिए.

रेवाड़ी: आशा कार्यकर्ताओं का धरना बुधवार को 22वें दिन में प्रवेश कर गया. बुधवार को भी आशा वर्कर्स रेवाड़ी के जिला सचिववालय पहुंची और नारेबाजी करते हुए सरकार के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया. धरने की अध्यक्षता करते हुए आशा वर्कर यूनियन की जिला प्रधान सुनीता देवी ने कहा कि सरकार को उनकी मांगों पर ध्यान देना चाहिए ताकि कोरोना काल में किसी को भी कोई परेशानी ना हो.

सुनीता देवी ने कहा कि मनोहर लाल खट्टर को कोई कोरोना नहीं हुआ है. आज उनका घेराव होना था, इसलिए वो डर के मारे एक दिन पहले ही आइसोलेट हो गए. उन्होंने कहा कि 7 अगस्त से उनकी हड़ताल शुरू हुई थी और 9 अगस्त को सरकार की आंखें खोलने के लिए सत्याग्रह भी क्या गया था, लेकिन सरकार कुंभकर्णी नींद सोई हुई है. इसको जगाने के लिए लंबा संघर्ष करना पड़ेगा जिसके लिए वो पूरी तरह तैयार हैं.

22 दिन बाद भी जारी आशा वर्कर्स का धरना

आशा कार्यकर्ता महाराणा प्रताप चौक स्थित नेहरु पार्क में एकत्रित हुई. जहां उन्होंने धरने को संबोधित किया. उसके बाद वो प्रदर्शन करते हुए जिला सचिववालय की ओर बड़ी. वहां उन्होंने सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए डीसी कैंप ऑफिस से डीसी कार्यालय को जाने वाली सड़क मार्ग का पूरी तरह से घेराव करते हुए अपनी मांगों के लिए आवाज उठाई.

ये भी पढ़िए: हरियाणा में पहली बार सीएम और स्पीकर की गैर हाजिरी में चली सदन की कार्यवाही

आशा कार्यकर्ता सविता ने बताया कि वो 8 बजे घर से हड़ताल के लिए निकलती हैं. परिवार वाले भी अब परेशान हो चले हैं. वो अपने घर से भूखे ही निकलती हैं और उनके घर पर बच्चे भी उनके बगैर भूखे ही रहते हैं. सरकार को अब इस ओर ध्यान देना चाहिए.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.