पानीपत: 76वें वार्षिक निरंकारी संत समागम की तैयारियां पूरी हो चुकी है. तीन दिवसीय इस समागम के लिए पानीपत जिले के समालखा में भव्य तैयारी की गई है. समागम में सतगुरू माता सुदीक्षा जी महाराज एवं निरंकारी राजपिता का प्रवचन होगा. यह दिव्य संत समागम आज से 30 अक्तूबर को संत निरंकारी आध्यात्मिक स्थल, समालखा में चलेगा. समागम की थीम है 'सुकून-अंर्तमन'. निरंकारी संत समागम में देश एवं दूर-देशों से लाखों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे.
विशाल पंडाल में कार्यक्रम- समागम स्थल पर सभी मैदानों में आगंतुकों के लिए आवश्यक सुविधाएं मुहैया करवाई जा चुकी हैं. समागम स्थल पर एक विशाल सत्संग समारोह पंडाल लगाया गया है, जिसमें लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के बैठने का प्रबंध किया गया है. सत्संग पंडाल में भक्तों की सुविधा के लिए अनेक एल.ई.डी. स्क्रीन लगाई गई हैं. जिससे मंच पर होने वाले हर कार्यक्रम को दूर बैठे सभी श्रद्धालुगण देख सकें. समागम स्थल पर सतगुरु माता जी प्रतिदिन पहुंचकर सभी भक्तों को अपना आशीर्वाद प्रदान करेंगी.
हर साल की तरह इस बार भी निरंकारी प्रदर्शनी एवं निरंकारी बाल प्रदर्शनी सभी भक्तों के लिए आर्कषण का केन्द्र बनेगी. प्रदर्शनी की विषयवस्तु समागम शीर्षक 'सुकुनः अंर्तमन का' पर आधारित है. समागम स्थल पर चार ग्राउंड बनाए गए हैं. इन सभी ग्राउंड में भक्तों के लिए रिहायशी टेंटों की व्यवस्था की गई है. साथ ही लंगर की सुविधा के साथ-साथ जलपान के लिए लगभग 22 कैंटीनों का भी प्रबंध किया गया है.
मिशन के साहित्य की अधिक जानकारी के लिए प्रकाशन विभाग द्वारा स्टॉल भी लगाए गए हैं. श्रद्वालुओं के लिए समागम स्थल पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है. इसके अतिरिक्त भारतीय रेलवे द्वारा लगभग सभी स्टेशन पर इंतजाम किए गए हैं. प्राथमिक चिकित्सा से लेकर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने सहित मेडिकल एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा व्यवस्था की गई है. इसके अलावा लगभग 60 देशों से काइरोप्रैक्टिक डॉक्टरों की टीम भी समागम में अपनी सेवाएं देंगी.
समागम स्थल के मैदानों में सन्त निरंकारी मंडल के विभिन्न कार्यालयों, सन्त निरंकारी चैरीटेबल फाउंडेशन, समागम संचालन समिति कार्यलय, सेवादल का केन्द्रीय कार्यलय, लेखा-जोखा विभाग, पत्रिका विभाग, ब्रांच प्रशासन, भवन निर्माण और रख रखाव, प्रचार विभाग, प्रेस एवं पब्लिसिटी विभाग, दूरसंचार तथा रेलवे आरक्षण केन्द्र बनाए गए हैं.