पानीपत: हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से लगाए गए 46 कर्मचारियों को हटाए जाने के विरोध में नगर निगम पानीपत के कर्मचारियों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही. कर्मचारियों ने पानीपत नगर निगम कमिश्नर पर ठेकेदार को फायदा पहुंचाने के आरोप लगाए हैं. निगम कर्मचारियों का कहना है कि जब तक नगर निगम कमिश्नर द्वारा हटाए गए सभी कर्मचारियों को वापस ड्यूटी पर नहीं लिया जाता, तब तक उनकी हड़ताल जारी रहेगी.
हरियाणा कौशल रोजगार निगम के तहत लगाए गए 46 कर्मचारियों को हटाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इस निर्णय के विरोध में कर्मचारी लामबंद हो गए हैं. इसके विरोध में पानीपत नगर निगम कर्मचारियों की हड़ताल आज दूसरे दिन में प्रवेश कर गई. कर्मचारियों का कहना है कि पानीपत नगर निगम कमिश्नर चाहे तो हटाए गए कर्मचारियों को वापस ड्यूटी पर लेकर इस हड़ताल को इसी समय खत्म करवा सकते हैं.
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अगर कमिश्नर अपनी जिद पर अड़े रहे, तो उनकी हड़ताल अनिश्चितकालीन में बदल जाएगी. कर्मचारियों ने पानीपत नगर निगम कमिश्नर पर आरोप लगाया है कि कमिश्नर द्वारा अपने चहेते ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए कर्मचारियों को हटाया गया है.कर्मचारियों का कहना है कि वह खुद भी हड़ताल को लंबा नहीं चलाना चाहते, लेकिन निगम कमिश्नर द्वारा उन्हें हड़ताल करने पर मजबूर किया गया है. नगर निगम के सभी कर्मचारी फिलहाल हड़ताल पर बैठे हैं.
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इस हड़ताल के लंबी चलने के कारण शहर की जनता को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. शहर की सफाई व्यवस्था चरमरा सकती है. कर्मचारियों का कहना है कि पानीपत शहर की जनता को हड़ताल के दौरान होने वाली समस्याओं का जिम्मेदार पानीपत नगर निगम कमिश्नर है, क्योंकि कमिश्नर की मनमर्जी की वजह से ही उन्हें हड़ताल करनी पड़ रही है. नगर निगम कर्मचारियों की हड़ताल के समर्थन में अब दूसरे विभागों के कर्मचारी भी आ गए हैं. सर्व कर्मचारी संघ के निवर्तमान प्रधान कश्मीर सिंह का कहना है कि नगर निगम कमिश्नर समय रहते, कर्मचारियों की मांगों को नहीं मानता है, तो सर्व कर्मचारी संघ इनके आंदोलन को अपने बैनर तले और मजबूती देने का काम करेगा.