पानीपत: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को वित्त वर्ष 2021-22 का आम बजट पेश किया. मोदी सरकार की ओर से इस बार स्वास्थ्य क्षेत्र पर फोकस किया गया, लेकिन करदाताओं के हाथ में मायूसी लगी है. टैक्स स्लैब में किसी तरह का बदलाव नहीं हुआ है. हालाकि कृषि क्षेत्र को दिए गए 75 हजार करोड़ के बजट व ऑप्रेशन ग्रीनस को काफी सराहा गया. वहीं सुपर सीनियर सिटीजन जिनकी आयु 75 वर्ष से अधिक है, उन्हें टैक्स में राहत देने का भी आम जनता ने स्वागत किया है.
बजट पेश होने से पहले आम आदमी को इससे काफी उम्मीदें थी. वहीं मध्यमवर्ग भी बजट से टकटकी लगाए बैठा था, लेकिन आम आदमी के लिए बजट में कुछ खास नहीं था. बजट को लेकर जब पानीपत के लोगों से राय ली गई तो उन्हंने कहा कि वो बजट से काफी निराश हैं. उन्हें लगा था कि बजट के जरिए सरकार उन्हें कुछ राहत देगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
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पानीपत के जाने-माने चार्टर्ड अकाउंटेंट का मानना है कि ये बजट दूरगामी सफल साबित हो सकता है. भले ही इसके प्रभाव शॉर्ट टर्म में दिखे हो. आशा थी कि कोरोना काल और किसान आंदोलन की वजग से बजट में कुछ खास होगा, लेकिन बजट से राहत की उम्मीद लगाए बैठे आम आदमी के हाथ निराशा लगी. बता दे कि बजट में वैसे तो बहुत से अलग-अलग क्षेत्रों में बढ़ोतरी की गई है, लेकिन आम आदमी से जुड़ी चीजों के लिए कुछ खास ऐलान नहीं किया गया.