पानीपत: महामारी के इस दौर में प्रशासन के कंधे से कंधा मिलाकर चल रही आशा वर्कर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करने पर मजबूर हो गई हैं. आशा वर्कर्स ने शुक्रवार के दिन लघु सचिवालय में नारेबाजी की और जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा.
आशा वर्कर्स का कहना है प्रशासन ने सर्वे करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ शहरों में भी ड्यूटी लगाई गई है, लेकिन उन्हें जरूरी उपकरण भी नहीं दिए गए. सुरक्षा को लेकर उनको कोई सुविधा नहीं दी गई है. वहीं उन पर दबाव डालकर जबरदस्ती काम लिया जाता है.
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सरकार से की बीमा की मांग
आशा वर्कर्स का कहना है कि सरकार डॉक्टर्स, टीचर और भी जिससे महामारी में काम लिया जा रह है सरकार उन्हें 50 लाख का बिमा देंगे. बीमार हो जाये तो फ्री इलाज दे रहे है. आंगनवाड़ी वर्कर को ऐसी कोई भी सुविधा नहीं दी जा रही. जबकि फ्रंट लाइन पर कोई भी कार्य करता है तो उन्हें 20 लाख का बिमा कवर किया जाएगा. ऐसे में उन्हें भी बीमा दिया जाए.
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मांगें नहीं मानी तो करेंगे बड़ी रैली
आंगनवाड़ी वर्करों ने चेतावनी दी है कि अगर टाइम रहते मांगे नहीं मानी तो लघु सचिवालय में ही डेरा डालेंगे. यही नहीं आंगनवाड़ी वर्कर्स का कहना है कि डेरा डालने पर भी मांगें नहीं मानी गईं, तो सरकार के विरोध में वो बड़ी रैली करेंगे.