पानीपत: हरियाणा के स्टार एथलीट नीरज चोपड़ा (Athlete Neeraj Chopra) ने टोक्यो ओलंपिक 2020 (Tokyo Olympics 2020) में दमदार आगाज किया है. जैवलिन थ्रो में नीरज चोपड़ा ने पहले ही प्रयास में फाइनल (Neeraj Chopra Javelin Throw Final) की टिकट पक्की कर ली. नीरज चोपड़ा का सफर जितना संघर्षपूर्ण है उतना ही दिलचस्प भी है. नीरज को एक नहीं बल्कि चार मां ने मिलकर पाला है. चार मां का लाडला बेटा नीरज अब इतिहास रचने से कुछ कदम दूर है.
संयुक्त परिवार में 4 माताओं ने मिलकर नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra son of four mother) को पाला है. नीरज की तीनों मां को पूरा विश्वास है कि वो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जरूर लेकर आएगा. नीरज की चाची ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि वो संयुक्त परिवार में पला-बड़ा है. आज तक भी उनका परिवार संयुक्त है. नीरज की मां के अलावा उसकी दो चाची हैं. नीरज संयुक्त परिवार का पहला जन्मा बच्चा था. जिसे सभी अपने लाड़ प्यार से बड़ा किया.
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नीरज की चाची बताती हैं कि उन्होंने कभी ये फर्क नहीं किया कि वो उनके जेठ का लड़का है. नीरज की दोनों चाची ने उसे मां की तरह पाला है. नीरज चोपड़ा ने क्वालीफिकेशन राउंड में 86 पॉइंट 65 मीटर दूर भाला फेंका और फाइनल में अपनी जगह बनाई. इस उपलब्धि से नीरज चोपड़ा के गांव खंडरा में खुशी का माहौल है. परिजनों को नीरज चोपड़ा के ऊपर पूर्ण विश्वास है कि वो देश को ओलंपिक में गोल्ड मेडल जरूर दिलाएगा.