पानीपत: पानीपत के मशहूर मिट्ठन स्वीट्स संचालक और डेयरी संचालक से लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटर प्रियव्रत उर्फ फौजी ने रंगदारी की मांग की है. रंगदारी न देने पर दोनों को जान से मारने की धमकी दी है. जेल में बंद प्रियव्रत के साथ उसका साथी कशिश भी इस रंगदारी मांगने के मामले में शामिल है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दोनों पीड़ित पानीपत के तहसील कैंप थाना क्षेत्र की अलग-अलग कॉलोनियों के रहने वाले हैं और दोनों की इसी इलाके में दुकान और डेयरी है. मिष्ठान भंडार संचालक शहर का बड़ा मिष्ठान व्यापारी है. डेयरी संचालक भी वर्षों से शहर में काम कर रहा है. लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटर ने दोनों व्यापारियों को एक साथ टारगेट किया है. दोनों व्यापारियों से एक ही समय में रंगदारी की डिमांड की गई है. इन्हें रंगदारी नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी गई है.
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हालांकि इस पूरे मामले में दोनों व्यापारी सामने आकर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है. पुलिस ने सुरक्षा की दृष्टि से एफआईआर भी ऑनलाइन नहीं की है. पुलिस ने मामले में दोनों पीड़ितों को गनमैन दिए हैं. पुलिस ने इन दोनों व्यापारियों की दुकान के बाहर और आस पास के इलाके में गश्त बढ़ा दी है. व्यापारियों ने अपनी दुकान के बाहर नई तकनीक के सीसीटीवी कैमरे भी लगवा लिए हैं. दोनों पीड़ित आजकल दुकान पर कम व अपने अन्य ठिकानों पर समय काट रहे हैं.
कौन है प्रियव्रत उर्फ फौजी: गौरतलब है की इसी महीने में मशहूर सिंगर सिद्धू मूसेवाला की गोलियों से भूनकर हत्या करने वाला ये वहीं फौजी प्रियव्रत है. युवावस्था में गांव के अखाड़ों में पहलवानी जोर-आजमाइश करने वाला लड़का लॉरेंस बिश्नोई गैंग का कुख्यात शूटर बन गया. प्रियव्रत फौजी ने ही पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला को पहली गोली मारी थी. प्रियव्रत ने अपने पहले अपराध की शुरुआत किसी इंसान के कत्ल से की थी.
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हालांकि प्रियव्रत फौजी युवावस्था में पहलवान बनने के सपने संजोता था. बाद में वह गांव के अखाड़े में ही पहलवानी के गुर सीखते-सीखते खेल कोटे से भारतीय सेना में भर्ती भी हुआ. उसकी पहली पोस्टिंग महाराष्ट्र के पुणे में हुई थी. वहीं से उसने 10वीं की पढ़ाई पूरी की. लेकिन उसके बाद वह सेना की नौकरी छोड़कर गांव लौट आया. कुछ दिनों बाद उसने साथियों के साथ जुलाई 2015 में एक शख्स की हत्या कर दी थी.