पानीपत: जिले के शिमला मौलाना गांव की विंका ने एक बार फिर से देश का नाम रोशन किया है. विंका ने 60 किलोग्राम भारवर्ग में पोलैंड में हुई एआईबीए युवा विश्व कप बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता है. विंका ने कजाकिस्तान की झूल्ड्याज श्याखमेटोवा को अपने पंचों से बेदम कर दिया.
बता दें कि अंतिम राउंड में आरएससी के फैसले के साथ प्रतिद्वंद्वी ने लड़ाई छोड़ दी. विंका के पिता ने बताया कि यह विंका का लगातार दूसरा गोल्ड मेडल है जो देश के बाहर जीता है. भारतीय महिला मुक्केबाज विंका ने फरवरी में मोंटेनीग्रो में हुए 30वें एड्रियाटिक पर्ल टूर्नामेंट में 60 किलोग्राम भारवर्ग में देश के लिए गोल्ड मेडल जीता था.
ये भी पढ़ें: पैरालंपिक में शर्मिला ने जीता गोल्ड, रेवाड़ी पहुंचने पर हुआ भव्य स्वागत
पानीपत की रहने वाली विंका के पिता धर्मेंद्र सिंह ऑटो चलाते हैं. इसके बावजूद विंका ने देश के लिए मेडल जीतने का बड़ा सपना देखा और उसे साकार भी किया. विंका ने बताया कि घर में कभी बॉक्सिंग को लेकर विरोध नहीं हुआ.विंका ने बताया कि बाहर के लोग ताना मारते थे.लोग पापा और मां को ताना मारने लगे कि बेटी को बॉक्सिंग करवा रहे हैं. अगर चेहरे पर चोट लग गई तो आगे कोई शादी नहीं करेगा. लेकिन माता-पिता ने इस तरह के बयानों को तवज्जो नहीं दी.
ये भी पढ़ें: सोनीपत की बेटी ने बढ़ाया मान, नेटबॉल में जीता गोल्ड मेडल