पानीपत: बर्थडे पार्टी हो, कोई गेट-टूगेदर हो या फिर शादी समारोह. ज्यादातर लोग ये सभी समारोह रात में ही कराना पसंद करते हैं. यही वजह है कि भारत में दिन से ज्यादा शादियां रात में आयोजित की जाती हैं, लेकिन कोरोना की वजह से हरियाणा में लगे नाइट कर्फ्यू ने एक बार फिर इस तरह की सभी गतिविधियों पर पाबांदियां लगा दी हैं. ऐसे में लॉकडाउन से उभर ही रहे होटल और रेस्तरां उद्योग की नाइट कर्फ्यू से कमर टूटना तय है.
पानीपत कैटरर्स एसोसिएशन के मीडिया प्रभारी प्रवीन अरोड़ा ने कहा कि पिछले एक साल से काम बंद पड़ा था. एक साल तक उन्होंने खुद की सेविंग से लेबर को सैलरी दी है. अब जब लगा कि नुकसान से निकलने का वक्स आ गया है तो सरकार ने नाइट कर्फ्यू लगा दिया. ऐसे में होटल, रेस्तरां और टेंट हाउस वालों को लाखों रुपये का नुकसान होना तय है, क्योंकि नाइट कर्फ्यू बिलकुल सीजन के वक्त लगा है.
3 हजार से ज्यादा का घाटा होने का अनुमान
बता दें कि हरियाणा में करीब 2200 बैंकट हॉल और रेस्टोरेंट्स हैं. जहां दिन और रात दोनों वक्त कई तरह के समारोह आयोजित किए जाते हैं. नवरात्रि के दिनों में लोग शादी के फंक्शन ज्यादा करवाते हैं. ऐसे वक्त में लगे नाइट कर्फ्यू से इस इंडस्ट्री को करीब 3000 करोड़ रुपये का घाटा होने की संभावना है. जिसमें रेस्टोरेंट, बैंकट हॉल और होटल के अलावा हलवाई, लाइट, फूल, डीजे, घोड़ी और बैंड सहित सभी लोग शामिल हैं.
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'सरकार हमें नाइट कर्फ्यू में रियायत दे'
मित्तल टेंट हाउस के सेक्रेटरी दिनेश मित्तल ने कहा कि रात 10 बजे के बाद की गतिविधियों पर प्रतिबंध है. ऐसे में रात 10 बजे तक टेंट हाउस का सारा काम निपटा लेना और लेबर का घर चले जाना मुमकिन नहीं है. ऐसे में सरकार से निवेदन है कि हमें कुछ रियायत दी जाए, ताकि हमारा घर भी चल सके. सरकार हमें नाइट कर्फ्यू में काम निपटाने देने और घर तक जाने देने के लिए कोई कार्ड जारी करने पर विचार कर सकती है.
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सिर्फ शादी समारोह ही नहीं नाइट कर्फ्यू की वजह से नवरात्रि के वक्त होने वाले जागरणों पर भी असर पड़ा है, क्योंकि जागरण रात 10 बजे के बाद ही शुरू किए जाते हैं. होटल और रेस्तरां उद्योग से जुड़े लोगों की मानें तो नाइट कर्फ्यू भी उस समय पर लगा है जब उनका काम जोरों पर होता है. लोग शादियों की बुकिंग कैंसिल करा रहे हैं. ऐसे में होटल और रेस्तरां से जुड़े लोगों की मांग है कि उन्हें नाइट कर्फ्यू के वक्त में कुछ रियायत दी जाए, ताकि उनका घर और व्यवसाय दोनों बचा रह सके.