मतलौडा: गांव रेरकलां में विकास कार्यों के नाम पर सरकार के 1 करोड़ 87 लाख रुपये हड़पने के आरोपी पूर्व सरपंच ने थाने में सरेंडर कर दिया है. आरोपी पूर्व सरपंच से धोखाधड़ी कर हड़पी गई करोड़ों रुपये की राशि भी बरामद कर ली है. फिलहाल पुलिस ने आरोपी सरपंच को पांच दिन के रिमांड पर लिया है.
बताया जा रहा है कि आरोपी सरपंच ने खुद मतलौडा पुलिस थाने में जाकर सरेंडर किया है. रिमांड के दौरान इस मामले में कई ओर खुलासे हो सकते हैं. वहीं इस मामले में शामिल रहे अन्य आरोपियों के बारे में भी पूछताछ की जाएगी.
क्या है मामला?
वर्ष 2010 के पंचायत चुनाव में देशराज को गांव का सरपंच चुना गया था, लेकिन 8 दिसंबर 2017 को देशराज पर पंचायत के पैसे हड़पने का आरोप लगाते हुए एक व्यक्ति ने पुलिस में उनके खिलाफ शिकायत दी थी. पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामले की जांच शुरू की और पूर्व सरपंच देशराज को नोटिस जारी कर दिया था. जांच में देशराज दोषी मिला. उन पर 1 करोड़ 17 लाख 34783 रुपये हड़पने का दोष साबित हुआ.
प्रशासन ने ब्याज सहित राशि लौटाने के दिए थे निर्देश
आरोपी ने गांव में विकास कार्य दिखाकर सरकार से ये राशि हड़पी थी. प्रशासन ने पूर्व सरपंच देशराज को 30 अप्रैल 2018 तक 21 प्रतिशत बयान के साथ राशि लौटने के निर्देश जारी किया था, लेकिन उन्होंने राशि नहीं लौटाई. अगस्त 2019 में मतलौडा थाना पुलिस ने उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया था. उसके बाद से ना तो देशराज ने पंचायत के खाते में राशि जमा करवाई और ना ही जांच में सहयोग किया. 17 महीने के बाद मतलौडा थाना पुलिस ने आरोपी देशराज को गिरफ्तार कर लिया. उसको पांच दिन के रिमांड पर लिया गया है.
रिमांड के दौरान आरोपी से जारी है पूछताछ
आरोपी पूर्व सरपंच को गिरफ्तार कर लिया गया है. उस पर सरकारी राजस्व को हड़पने का केस दर्ज है. उसको पांच दिन के रिमांड पर लिया गया है. रिमांड के दौरान गहनता से पूछताछ की जा रही है.