पानीपत: भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश स्तरीय आह्वान पर भाकियू जिला पानीपत द्वारा डाहर स्थित शुगर मिल के बाहर किसानों ने धरना दिया. इस दौरान किसानों ने शुगर मिल प्रबंधक नवदीप नैन को मुख्यमंत्री हरियाणा के नाम अपनी मांगो को लेकर ज्ञापन सौंपा. किसानों ने (Sugarcane farmers warned in Panipat) सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर प्रदेश सरकार ने गन्ने के भाव नहीं बढ़ाए तो 29 दिसंबर को किसान प्रदेश की सभी मिलों की तालाबंदी करेंगे.
इसके साथ ही विधायकों के घरों (Haryana MLAs houses will be surrounded) का घेराव भी किया जाएगा. ऐसी किसी भी स्थिति के लिए सरकार खुद जिम्मेदार होगी. किसानों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार फिर भी नहीं मानती है तो 5 जनवरी को किसानों द्वारा हरियाणा की शुगर मिलों को ताला लगा दिया जाएगा. जिले के विभिन्न स्थानों से पहुंचे गन्ना किसानों ने डाहर स्थित शुगर मिल के बाहर धरनास्थल पर पहुंचकर विरोध दर्ज करवाया.
किसानों का कहना है कि प्रदेश में शुगर मिलों का पिराई सत्र शुरू हुए लगभग एक महीना हो चुका है. अभी तक राज्य सरकार ने गन्ने की फसल का भाव घोषित नहीं किया है. यानि राज्य सरकार ने अभी तक राज्य के किसानों को नहीं बताया कि उसकी फसल किस भाव में खरीदी जा रही है. जबकि नियमानुसार गन्ने का भाव पिराई सत्र शुरू होने से पहले ही घोषित किया कर दिया जाता है.
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गन्ने का भाव पिछले काफी वर्षों से बाजार की महंगाई दर के अनुपात में काफी कम बढ़ाया गया है. जबकि इस दौरान मजदूरी, कीटनाशक दवाइयों और खाद के साथ ही डीजल की रेट में काफी वृद्धि हुई है. पंजाब ने किसानों के आर्थिक हालात व फसल की लागत को देखते हुए गन्ने की फसल के भाव बढ़ा दिए हैं. जबकि हरियाणा में गन्ने की फसल के भाव देश में सबसे अधिक होते थे.
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किसान गन्ना फसल की लागत में हुई बढ़ोतरी को देखते हुए गन्ना खरीद के दाम 450 रुपए प्रति क्विंटल करने की मांग कर रहे हैं. किसानों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर प्रदेश सरकार ने गन्ने के भाव नहीं बढ़ाए तो 29 दिसंबर को किसान प्रदेश की सभी मिलों की तालाबंदी करेंगे. इसके साथ ही विधायकों के घरों का घेराव भी किया जाएगा. ऐसी किसी भी स्थिति के लिए सरकार जिम्मेदार होगी. किसानों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार फिर भी नहीं मानती है तो 5 जनवरी को किसानों द्वारा हरियाणा की शुगर मिलों को ताला लगा दिया जाएगा.