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बिन मॉनसून बेहाल हुए 'धरतीपुत्र', CM से की रोजाना 10 घंटे बिजली सप्लाई की मांग - बिजली

मॉनसून में हो रही देरी से प्रदेश के किसानों की समस्याएं बढ़ चुकी है. ऐसे में किसानों के सामने अपनी फसल बचाए रखने की कड़ी चुनौती नजर आ रही है.

बिन मॉनसून बेहाल किसान
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Published : Jul 2, 2019, 4:59 PM IST

पानीपतः प्रदेश में मॉनसून की देरी के कारण किसान खरीफ फसलों की बिजाई भी नहीं कर पा रहे हैं. किसानों का कहना है कि बिजली विभाग 8 घंटे सप्लाई देने की बात कर रहा है, लेकिन इसे मॉनसून के आगमन तक 2 घंटे बढ़ाकर रोजाना 10 घंटे किया जाना चाहिए.

बिन मॉनसून बेहाल हुए 'धरतीपुत्र'

सीएम को लिखा पत्र
भारतीय किसान यूनियन के जरिए किसानों ने मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा है. जिसमें किसानों ने मांग की है कि सीएम मनोहर लाल किसानों की पीड़ा समझें और जब तक मॉनसून नहीं आता, तब तक बिजली की स्पलाई 2 घंटे बढ़ा कर 10 घंटे कर दी जाए.

कृषि विभाग भी अलर्ट
मिली जानकारी के मुताबिक 8 जिलों में अब तक 90 फीसदी, जबकि 3 जिलों में 80 फीसदी तक कम बारिश हुई है. वहीं मॉनसून सीजन के 31 दिन बीत चुके हैं. प्रदेश में सूखे जैसे हालात बन रहे हैं. जिससे किसानों की फसल सूखने की कगार पर है. वहीं कृषि विभाग ने भी अधिकारियों को फसलों पर नजर रखने के आदेश दिए हैं, ताकि सूखे की स्थिति पता लगने पर किसानों के लिए एडवाइजरी जारी की जा सके.

पानीपतः प्रदेश में मॉनसून की देरी के कारण किसान खरीफ फसलों की बिजाई भी नहीं कर पा रहे हैं. किसानों का कहना है कि बिजली विभाग 8 घंटे सप्लाई देने की बात कर रहा है, लेकिन इसे मॉनसून के आगमन तक 2 घंटे बढ़ाकर रोजाना 10 घंटे किया जाना चाहिए.

बिन मॉनसून बेहाल हुए 'धरतीपुत्र'

सीएम को लिखा पत्र
भारतीय किसान यूनियन के जरिए किसानों ने मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा है. जिसमें किसानों ने मांग की है कि सीएम मनोहर लाल किसानों की पीड़ा समझें और जब तक मॉनसून नहीं आता, तब तक बिजली की स्पलाई 2 घंटे बढ़ा कर 10 घंटे कर दी जाए.

कृषि विभाग भी अलर्ट
मिली जानकारी के मुताबिक 8 जिलों में अब तक 90 फीसदी, जबकि 3 जिलों में 80 फीसदी तक कम बारिश हुई है. वहीं मॉनसून सीजन के 31 दिन बीत चुके हैं. प्रदेश में सूखे जैसे हालात बन रहे हैं. जिससे किसानों की फसल सूखने की कगार पर है. वहीं कृषि विभाग ने भी अधिकारियों को फसलों पर नजर रखने के आदेश दिए हैं, ताकि सूखे की स्थिति पता लगने पर किसानों के लिए एडवाइजरी जारी की जा सके.

Intro:बिन माॅनसून बेहाल हुए धरतीपुत्र, सीएम को लिख रोजाना 10 घंटे बिजली सप्लाई की मांग


एंकर -- मानसून की देरी से समूचा हरियाणा बेहाल है। अभी यह उत्तराखंड के मुक्तेश्वर में अटका हुआ है। प्रदेश में मानसून की देरी के कारण खरीफ बिजाई लक्ष्य भी पीछे रह गया है। किसानों का कहना है कि बिजली निगम 8 घंटे सप्लाई देने की बात कर रहा है, लेकिन इसे मानसून के आगमन तक 2 घंटे बढ़ाकर रोजाना 10 घंटे किया जाना चाहिए, क्योंकि खरीफ फसलों को रिकार्ड गर्मी में बचाए रखना चुनौती बन गया है। इधर, कृषि विभाग ने अधिकारियों को फसलों पर नजर रखने के आदेश दिए हैं, ताकि सूखे की स्थिति पता लगने पर किसानों के लिए एडवाइजरी जारी की जा सके।

Body:वीओ --8 जिलों में 90 फीसदी, जबकि 3 जिलों में 80 फीसदी तक कम बरसात हुई है। जबकि मानसून सीजन के 31 दिन बीत चुके हैं। प्रदेश में सूखे जैसे हालात बने हे , किसानों की फसल सूखने की कगार पर हे ,किसान बोले हम पानी बचाने के पक्ष में, लेकिन फिलहाल दिक्कत हे ,बिजली नहीं आने से किसान परेसान हे ,भारतीय किसान यूनियन पत्र के जरिए मांग की गई है कि किसान पानी बचाने के पक्ष में हैं। क्योंकि बिना पानी कुछ नहीं, लेकिन मानसून की देरी के कारण फिलहाल वे गहरे संकट में हैं। उन्हें पूरा विश्वास है कि सीएम मनोहर लाल किसानों की पीड़ा समझेंगे और जब तक मानसून नहीं आता, तब तक बिजली की स्पलाई 2 घंटे बढ़ा कर देगी सरकार।

Conclusion:बाईट -- अजमेर ,किसान
बाईट -- मुकेश ,किसान
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