पानीपत: हरियाणा के पानीपत में बिजली विभाग द्वारा एक के बाद एक बिजली के बिल में हो रही गलती से विभाग की लागतार किरकरी हो रही है कुछ दिनों पहले 60 गज के मकान में रहने वाली महिला का 22 लाख रुपए का बिल आया था जिसने बिजली निगम में ढोल बजा कर प्रदर्शन किया था. बिजली विभाग में आज एक बार फिर एडवोकेट संदीप खलीला पीड़ित को लेकर पहुंचे जिस का बिल 7 लाख 79 हजार आया है. प्रदर्शन के अनोखे अंदाज के चलते उपभोक्ता और संदीप खलीला ने बीन बजाते हुए ढोल नगाड़े (Electricity consumers protest in Panipat) की तान पर किडनी बेचकर बिल भरने की बात कही.
बता दें की गांव बाबरपुर की रहने वाली महिला बाला देवी का बिल 7 लाख 79 हजार 99 रुपये विभाग द्वारा भेजा गया था. संदीप खलीला ने आज उपभोक्ता बाला देवी से एसडीओ सब अर्बन सबडिवीजन से मुलाकात कर बिजली का बिल ठीक करने के लिए गुहार लगाई. वहीं इस मामले में एसडीओ सब अर्बन और विभाग (Panipat electricity department) के CA का कहना है कि 3 दिन पहले ही इस बिल को ठीक कर हेड ऑफिस को भेजा गया है. बिल ठीक होकर आ जाएगा उपभोक्ता को नया बिल दिया जाएगा.
3 दिन पहले ही खामी को दूर किया जा चुका है फिर आज प्रदर्शन क्यों जब यह सवाल पूछा गया तो हकीकत कुछ और ही नजर आई. बिजली विभाग के कर्मचारियों का कहना है कि संदीप खलीला के पिता के नाम से बिजली का एक कनेक्शन था डिफॉल्टर होने के बाद इस कनेक्शन को रुटीन में काटा गया था और कोर्ट के आदेश के बाद कनेक्शन को दोबारा रिस्टोर किया गया था.
यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है अपना कनेक्शन कटने की रंजिश के चलते ही संदीप खलीला बिजली कार्यालय में आकर प्रदर्शन कर (Protest against electricity department in Panipat) अधिकारियों और सरकार की छवि खराब करने का काम कर रहा है. एसडीओ नरेंद्र जागलान ने बताया की पानीपत में स्मार्ट मीटर लग चुके हैं और अब रीडिंग लेने कोई नहीं आता सीधा हेड ऑफिस से ही रीडिंग ली जा रही है. उसके अनुसार बिल दिए जा रहे हैं फिर भी अभी किसी का बिल ठीक नहीं आता तो अकाउंट्स की टीम बिल को ठीक करने का काम कर रही है.
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उपभोक्ता की शिकायत के आधार पर यदि कोई अधिकारी या कर्मचारी काम नहीं करता तो उसकी शिकायत सरकार को विभिन्न पोर्टलों के माध्यम से करनी चाहिए. बहरहाल आज हुए प्रदर्शन के चलते एसडीओ सब अर्बन सबडिवीजन को पुलिस बुलानी पड़ी. उनका कहना है कि इस प्रकार के प्रदर्शनों से सरकारी कार्य में बाधा पड़ती है और एक शिकायतकर्ता के प्रदर्शन के चलते अन्य शिकायतकर्ताओं का कार्य भी बाधित होता है.