पानीपत: कोरोना की गंभीर स्थिति को देखते हुए मरीजों के इलाज के लिए रिफाइनरी में 500 बेड का कोविड-19 अस्पताल बनने जा रहा है. इस अस्पताल के सभी बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध होगी. सरकार ने रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) को कोविड-19 अस्पताल बनाने की जिम्मेदारी दी है.
अधिकारियों की जानकारी के अनुसार 29 अप्रैल तक अस्पताल बनकर तैयार हो जाएगा. डीआरडीओ को सामान लाने में दो-तीन दिन लगेंगे. इसके बाद निर्माण शुरू होगा. 28 से 29 अप्रैल तक अस्पताल मरीजों की देखभाल के लिए तैयार हो जाएगा.
इन सुविधाओं से लैस होगा अस्पताल
- सभी 500 बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा
- वेंटिलेटर सुविधा
- कोविड टेस्ट, एक्स-रे, ईसीजी, व्हील चेयर, स्ट्रेचर की सुविधा
- आग से निपटने के लिए आधुनिक उपकरण
- पर्यावरण के अनुकूल होगा अस्पताल
- अस्पताल में बड़ी पार्किंग होगी
- मेडिकल ब्लॉक होगा
- प्रशासनिक ब्लॉक होगा
- पार्किंग समेत सभी जगह सीसीटीवी कैमरे से निगरानी होगी
बता दें कि रिफाइनरी के पास एयर लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट है. जहां लिक्विड फॉर्म में ऑक्सीजन बनती है. यहां से रिफाइनरी को लिक्विड फॉर्म में ऑक्सीजन जाती है. रिफाइनरी इसको गैस में बदलकर पाइप लाइन के माध्यम से कोविड अस्पताल तक पहुंचाएगी. ऑक्सीजन की उपलब्धता के कारण ही रिफाइनरी के पास ये अस्पताल बनाना सुनिश्चित किया गया है.
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खबर लिखे जाने तक पानीपत में फिलहाल 27 मरीज वेंटिलेटर पर हैं और 20 वेंटिलेटर खाली पड़े हैं. इसी तरह से 200 के करीब मरीज ऑक्सीजन पर है. एक हजार के करीब ऑक्सीजन बेड खाली हैं. अधिकारियों के मुताबिक आपात स्थिति से निपटने के लिए उनके पास पूरी तैयारी है.