पानीपत: इस देश में गाय के नाम पर सिर्फ सियासत हो सकती है बाकी गाय की सुरक्षा तो राम भरोसे है. हम ऐसा क्यों कह रहे हैं? ये आप नीचे दी खबर में जान सकते हैं. अभी आप सिर्फ इतना जान लीजिए कि पानीपत के नारायण गांव में एक गौशाला है. जिस गौशाला में तकरीबन 300 से ज्यादा गायें हैं जिनकी हालत दयनीय है.
आवारा कुत्तों का आतंक
आज से तीन साल पहले करीब 13 एकड़ में नारायण गांव में गौशाला का निर्माण कराया गया था, लेकिन तीन साल गुजर जाने के बाद भी चारदीवारी तक नहीं बन पाई है. जिसका नतीजा ये होता है कि आवारा कुत्ते आधी रात को यहां घुस आते हैं और जमीन के नीचे दफन गायों को निकालकर अपना शिकार बना लेते हैं. यहीं नहीं अब तो कुत्ते इतने खूंखार हो गए हैं कि वो अब जिंदा बछड़ों को भी अपना शिकार बना लेते हैं.
60 से ज्यादा गायों की मौत
गौशाला की देखरेख करने वाले शख्स ने बताया कि उन्हें सरकार की तरफ से कोई मदद नहीं मिलती है. पिछले साल के बाद से अब तक सरकार की तरफ से कोई फंड गौशाला के लिए नहीं दिया गया है. नतीजतन चारे और इलाज के अभाव में हर दूसरे दिन गौशाला में एक गाय की मौत हो रही है. उन्होंने बताया कि अभी तक करीब 60 से ज्यादा गाय मर चुकी हैं. जिन्हें गौशाला के पीछे ही दफनाया गया है.