पानीपत: रामपाल की रिहाई के बाद और गुरमीत राम रहीम की जमानत के बाद अब आसाराम के समर्थक भी उनकी रिहाई के लिए सड़कों पर प्रदर्शन करने के लिए उतर चुके हैं. सोमवार को आसाराम के अनुयायियों ने विश्व महिला दिवस के उपलक्ष में विशाल जनाक्रोश रैली निकाली. यह रैली पानीपत बस स्टैंड के सामने आर्य कॉलेज से शुरू हुई और लघु साचिवालय पानीपत पर जाकर समाप्त हुई. लघु सचिवालय पानीपत में आसाराम बापू की रिहाई को लेकर महिला अनुयायियों ने राष्ट्रपति के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा.
महिला उत्थान मंडल की सदस्य ने यात्रा के दौरान कहा कि लोकहित में अपना पूरा जीवन अर्पित करने वाले महापुरुष को षड्यंत्र के तहत झूठे आरोपों में फंसाया गया है. इन आरोपों को सिद्ध करने के लिए न्यायालय के पास भी सीधा कोई प्रमाण नहीं है. फिर भी आसाराम बापू को आजीवन कारावास की सजा दी गई है. इस प्रकार एक अन्य सुनियोजित षड्यंत्र के तहत दूसरे केस में अहमदाबाद की एक महिला को मोहरा बनाकर बापू को फंसाया गया है.
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लड़की के अलग-अलग बयानों में अनेकों गलतियां होते हुए भी 10 वर्ष से आसाराम बापू जेल की प्रताड़ना को सहते हुए प्रतीक्षारत हैं, लेकिन आखिर यहां के भी झूठे बनावटी केस में बापू को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है. एक लड़की के सभी झूठे आरोपों को सच मानकर देश-विदेश की लाखों महिलाओं की सच्ची आवाज को अनसुना किया जा रहा है.
अतंरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला मंडल के सभी सदस्यों के साथ बापू की रिहाई के लिए आज लघु सचिवालय पानीपत में बड़ी-बड़ी तख्तियों पर स्लोगन लिख कर प्रदर्शन करते हुए महिलाएं पहुंची और राष्ट्रपति के नाम तहसीलदार प्यारेलाल को अपना ज्ञापन सौंपा और आशाराम बापू की रिहाई की मांग की.