पानीपत : पानीपत से हरिद्वार जाने वाली रोड इन दिनों अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. यह सड़क पिछले चार सालों से खस्ता हालत में है. इस सड़क पर कई धार्मिक और राजनीतिक यात्रा गुजरी पर प्रशासन का इस सड़क की ओर कोई ध्यान नहीं गया. आनन-फानन में नौ जनवरी को इस सड़क को टेंपरेरी तौर पर बनवा दिया गया क्योंकि इस रास्ते से राज्यपाल का काफिला गुजरना था. प्रशासन ने नाकामी छिपाने के लिए इस सड़क का निर्माण तो करवा दिया लेकिन यह सड़क राज्यपाल के कार्यक्रम से एक रात पहले ही टूट (Damaged road in Panipat) गई.
पानीपत स्काई लार्क से काला अम्ब तक जाने के रास्ते पानीपत नगर निगम, जिला प्रशासन, ग्रामीण हल्के के जन प्रतिनिधि अपनी नाकामी छिपाने के लिए राज्यपाल के काफिले को 15 किलोमीटर लंबे रास्ते से घुमाकर ले गए. दरअसल, सनौली रोड के हालात चार साल से भी अधिक समय से किसी पिछड़े हुए एरिया से ज्यादा बदतर हो रहे हैं. यहां वाहनों का काफिला तो दूर की बात, पैदल तक जाने का रास्ता नहीं बचा है.
बता दें कि इस रास्ते से राजस्थान और हरियाणा के कई जिलों के कांवड़िए धार्मिक यात्रा के लिए गुजरे थे और हाल ही में उत्तर प्रदेश से हरियाणा में प्रवेश करने वाली राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा भी इसी रास्ते से गुजरी थी और यात्रा के दो दिन पहले ही सड़क की मरम्मत की गई थी फिर भी खस्ता हालत है. इस रास्ते से 1 साल में लगभग 2 बार हरियाणा के राज्यपाल काला आम पर्यटक स्थल पर आ चुके हैं. लेकिन प्रशासन उन्हें सीधे रास्ते की बजाय दूसरे रास्ते से काला आम लेकर पहुंचता है. फिर भी इस तीन किलोमीटर टूटी सड़क को बनवाना उचित नहीं समझा जाता.
यहां भी पढ़ें-फरीदाबाद नगर निगम की अनदेखी: सड़कों में गड्ढे तो कहीं पानी की समस्या लोगों को कर रही लाचार
कांवड़ यात्रा में स्थानीय लोगों ने चंदा इकट्ठा कर इस रास्ते पर मिट्टी डलवाकर कांवड़ियों के लिए एक सपाट सड़क बनाई थी. लेकिन वह भी अधिक ट्रैफिक होने के कारण जल्द ही टूट गई. इस समय हालात ऐसे हैं मानो सड़क में गड्ढे नहीं बल्कि गड्ढों में सड़क है. स्थानीय लोगों की गुहार के बाद अनेक हादसे होने के बाद भी जिम्मेदारों की नींद नहीं खुली. अब देखना यह होगा कि इस सड़क का निर्माण कब तक कराया जाता है या बार-बार प्रशासन अपनी फजीहत इस सड़क से करवाता रहेगा.