पानीपत: प्रमोशन में आरक्षण को लेकर दलित संगठनों ने शहर के रेड लाइट चौक पर सरकार विरोधी प्रदर्शन किया. इस दौरान ओबीसी समाज के लोगों ने भी इस भारत बंद का समर्थन किया. प्रदर्शन के बाद संगठन के लोगों ने उपायुक्त को ज्ञापन देकर राष्ट्रपति से आरक्षण बरकरार रखने की मांग की.
ओबीसी समाज ने भी भारत बंद को दिया समर्थन
पानीपत में अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग के लोगों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार एससी-एसटी को प्रमोशन में आरक्षण से छेड़छाड़ न करे. इस दौरान ओबीसी वर्ग ने भारत बंद का समर्थन किया.
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वहीं अंबेडकर सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष नेपाल बरवाला ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने उनके आरक्षण कटौती का फैसला बीजेपी सरकार के दबाव में लिया है. उन्होंने कहा कि सरकार हमारे हक से छेड़छाड़ नहीं करे. उन्होंने उपायुक्त के माध्यम से ज्ञापन सौंपकर राष्ट्रपति से मांग की कि नौकरी में आरक्षण पर दिया फैसला वापस लिया जाए अन्यथा लोग सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे.
क्यों हो रहा है प्रदर्शन ?
दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने 7 फरवरी को अपना प्रमोशन में आरक्षण पर अपना फैसला सुनाते हुए सरकारी नौकरी की पदोन्नति में आरक्षण के मूल अधिकार को समाप्त कर दिया. सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद भीम आर्मी ने आज भारत बंद का ऐलान किया था. जिसके कारण आज अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाती के लोगों ने भारत बंद करने के लिए सड़कों पर उतरे हुए हैं.