पानीपत: पानीपत में एक बार फिर करोड़ों रुपये की फर्जी बीलिंग और जीएसटी में फर्जीवाड़ा सामने आया है. सेंट्रल जीएसटी टीम ने पानीपत के एक तारकोल व्यापारी को 105 करोड़ के फर्जी बिल काटने और इसमें 19.25 करोड़ के जीएसटी चोरी के मामले को रेड मारकर उजागर किया है. साथ ही तारकोल व्यापारी मोहित बठला को उनके निवास स्थान से रेड के मारकर गिरफ्तार भी किया गया है.
बता दें कि जीएसटी की सेंट्रल टीम ने करीब 2 दिन तक रेड जारी रखी. इस टीम में सेंट्रल जीएसटी टीम के एडिशनल कमिश्नर और कस्टम गुड्स एंड सर्विस टैक्स के असिस्टेंट कमिश्नर और गांधी मंडी जीएसटी टीम के सुपरिंटेंडेंट दीपक वर्मा शामिल हुए. रेड में केंद्रीय टीम के अधिकारियों ने स्टेट जीएसटी टीम समेत पुलिस बल को भी साथ लिया. इससे पहले एक हजार करोड़ का फर्जी बिल काटने का मामला सामने आ चुका है.
गुजरात की कंपनी से खरीदा था करोड़ों का तारकोल
गौरतलब है कि गुजरात की कंपनी से करोड़ों रुपये की कीमत का तारकोल खरीदने के मामले में टीम कारोबारी तक पहुंची थी और शुक्रवार रात तक रिकॉर्ड चेक करती रही. टीम ने मॉडल टाउन पुलिस थाने की मदद ली. कार्रवाई के दौरान पुलिस ने किसी को भी बठला से नहीं मिलने दिया. मॉडल टाउन निवासी अशोक बठला के बेटे मोहित बठला का तारकोल का बड़ा कारोबार है.
ये भी पढ़िए: फतेहाबाद: गौशाला से अज्ञात चोरों ने चोरी की दानपात्र, सीसीटीवी में कैद हुई वारदात
अधिकारियों ने कुछ भी कहने से किया इंकार
वहीं इस दौरान रेड में शामिल अधिकारियों ने इस मामले को गोपनीय रखा और कुछ भी बताने से इंकार कर दिया. वहीं मोहित के पिता अशोक बठला ने बताया कि 2017 और 18 में उनके बेटे ने गुजरात की एक कंपनी से तारकोल खरीदा था. उनका तारकोल का कारोबार है. जिसका टैक्स एक करोड़ 30 लाख रूपये था. अशोक का कहना हैं कि बेटे द्वारा पूरा टैक्स जमा करवाया गया है, लेकिन उन पर अगर कोई जुर्माना बनता है तो देने के लिए तैयार हैं. अशोक बठला को भी घर के अंदर नहीं जाने दिया गया और टीम ने उनकी एक बात भी नहीं मानी और बेटे को गिरफ्तार कर साथ ले गई.