पानीपत: लोगों की सुविधा के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर बनाए गए ग्राम सचिवालय सफेद हाथी साबित हो रहे हैं. क्योंकि पटवारी प्राइवेट जगह पर बैठकर काम कर रहे हैं. पानीपत के बापौली, सनौली और ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को इससे भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
अब सवाल ये है कि जब सरकार ने ग्राम सचिवालयों का निर्माण करवाया है तो पटवारी प्राइवेट जगह पर क्यों बैठते हैं. सरकार की तरफ से 5 से 6 गांव के ऊपर 1 ग्राम सचिवालय बनाया गया है, ताकि प्रशासनिक अधिकारी एक छत के नीचे बैठकर लोगों का काम करें. लेकिन पटवारी निजी जगहों पर बैठकर लोगों का काम कर रहे हैं.
इस बारे में पटवारियों ने बताया कि उनसे पहले भी यहीं पटवारी बैठे थे. इसलिए वो भी निजी स्थान पर बैठे हैं. प्रशासन ने उन्हें कोई अलग जगह नहीं दी है. पानीपत के तहसीलदार से जब इस बारे में बात की गई तो तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है.
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ईटीवी भारत की टीम के जरिए उन्हें इस बात का पता चला है. उन्होंने कहा कि सरकार की हिदायतों के अनुसार काम किया जाएगा. तहसीलदार ने ईटीवी भारत हरियाणा पर दावा किया कि अगर कोई भी पटवारी प्राइवेट जगह पर बैठता है तो उसके ऊपर कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी. साथ ही उच्च अधिकारियों से बात करके संज्ञान लिया जाएगा. फिलहालत तो परेशानी लोगों को ही हो रही है.