कैथल: हरियाणा के कैथल में चीका के बहुचर्चित मामले में ब्लैकमेलिंग के आरोपी पूर्व पार्षद चांदराम को चीका पुलिस ने आज 3 दिन के रिमांड के बाद कोर्ट में पेश कर उसे न्यायिक हिरासत (Court accused to judicial custody) में भेज दिया है. बता दें कि 5 दिसंबर को नगर पालिका चीका के सचिव धर्मवीर सिंह ने आरोपी चांदराम के खिलाफ चीका थाने में एक शिकायत दी थी. जिसमें आरोपी चांदराम ने नगरपालिका कार्यालय में उसके बेटे को नौकरी लगवाने और विजिलेंस की धमकी देकर उससे दो लाख रुपये (bribery case in kaithal) मांगने के आरोप लगाए थे.
पुलिस को दी गई शिकायत में सचिव धर्मबीर ने बताया था की दो दिसंबर को उसके कार्यालय में नगरपालिका चीका का पूर्व पार्षद चांद राम आया. उसने कार्यालय में आते ही कहा कि उसे रंगेहाथ गिरफ्तार करवाने के लिए पार्षद तरसेम ने उसे पांच लाख रुपये का ऑफर किया हुआ है. जिसमें से तरसेम ने दो लाख रुपये पहले दे रखे हैं. लेकिन उसने अभी तक सचिव के हाथ लाल नहीं करवाए हैं.
अब तरसेम सिंह सचिव की गिरफ्तार नहीं होने के चलते उसके पैसे ब्याज सहित वापस मांग रहा है. इसके बाद आरोपी चांदराम ने धमकी दी कि उसके कार्यालय के कंप्यूटर ऑपरेटर मामराज से उसने क्लर्क की नौकरी पक्की करवाने के लिए दो लाख रुपये लिए थे. लेकिन वह उसे पक्का नहीं करवा पाया और क्लर्क ने उसके ऊपर मामला दर्ज करवा रखा है जिसका केस गुहला चीका न्यायालय चल रहा है और उसमे में सात दिसंबर को पेशी लगी है जिसमे में उसको सजा हो सकती है.
शिकायतकर्ता ने बताया कि आरोपी ने मांग की है कि वह दो लाख रुपये (bribery case in kaithal) उसके क्लर्क को दे दे. साथ ही आरोपी के छोटे बेटे को नगरपालिका में नौकरी पर लगवा दे. अगर उसने जल्द ही ऐसा नहीं किया तो वह उसके विजिलेंस से लाल हाथ करवा देगा. साथ ही आरोपी ने बताया की उसके विजिलेंस से अच्छे संबंध है.
इसके बाद आरोपी ने धमकी दी कि उसने चीका के एसएचओ जयवीर शर्मा को भी केवल हाथ मिलाकर लाल हाथ करवा दिए थे और आपके कार्यालय के दरवाजे का हैंडल, कुर्सी के हैंडल और किसी कागजात पर पाउडर लगाकर उसके हाथ लाल करवा देगा. इस संबंध में सचिव की शिकायत पर चिका थाने में आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 389 के तहतमामला दर्ज किया गया था.
जिसको कल गिरफ्तार कर आज कोर्ट में पेश किया गया और मामले से संबंधित पूछताछ के लिए 3 दिन का रिमांड लिया गया है जो रविवार को पूरा होने के बाद आरोपी को कोर्ट के आदेशानुसार न्यायिक हिरासत में भेज दिया. वहीं इस मामले को लेकर खबर आ रही है कि 3 दिन के पुलिस रिमांड में आरोपी ने उसके तीन सहयोगियों के नाम का भी खुलासा किया है.
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दरअसल आरोपी और उसके तीन साथी अधिकारियों को अपने जाल में फंसा कर ब्लैकमेल किया करते थे. हालांकि इस पूरे मामले पर पुलिस ने पुष्टि नहीं की है और जांच करने की बात कहीं जा रही है. फिलहाल देखना होगा कि पुलिस की जांच कब खत्म होती है और क्या ब्लैकमेल के आरोपी चांदराम के अलावा इस पूरे नेटवर्क में उसके कोई अन्य साथी भी सहयोग करते थे.
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