पानीपत: हरियाणा में उग्रा खेड़ी गांव पानीपत के टैक्सी चालक जगबीर सिंह की 21 वर्षीय बेटी अनु मलिक ने दिल्ली को 51वीं सीनियर नेशनल हैंडबॉल चैंपियनशिप (Anu Malik won Senior National Handball Championship) का विजेता बनाया है. पानीपत इस बेटी के हुनर को आज सभी सलाम कर रहे हैं. ये बेटी जूनियर और सीनियर हैंडबॉल प्रतियोगिता से लगभग 17 पदक जीत चुकी है. वहीं, विजेता खिलाड़ी अनु ने बताया की उसने अभी तक जूनियर नेशनल हैंडबॉल चैंपियनशिप (Junior National Handball Championship) में दो स्वर्ण पदक जीत लिए हैं.
अनु ने बताया कि उनके पिता जगबीर सिंह पेशे से एक टैक्सी ड्राइवर हैं और टैक्सी चला कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं पिता जगबीर मलिक ने आर्थिक तंगी में भी खेल की हर जरुरी चीज मुहैया करवाई है. परिजनों ने कुछ समस्याओं के चलते नेशनल खेलने से मना कर दिया था. लेकिन ताऊ के बेटे अमन जो कि एक अंतरराष्ट्रीय हैंडबॉल खिलाड़ी हैं उन्होंने सहयोग किया और जिसके बाद वह नेशनल लेवल पर खेल पाई है.
वहीं अनु ने बताया कि उसका भाई अमन मलिक एक अंतरराष्ट्रीय हैंडबॉल का खिलाड़ी है और शुरू से ही अमन को देखकर वह प्रभावित हुई है. भाई की तरह बनने का ही सपना लेकर वह ग्राउंड में आई थी. जिला स्तर पर कई प्रतियोगिताएं जीती कई पदक हासिल किए वह खेलों में अच्छा प्रदर्शन करते हुए आगे बढ़ रही थी.
उसी दौरान हरियाणा की खेल एसोसिएशन ने (Anu won medal in Delhi) आयु प्रमाण पत्र में गड़बड़ी का आरोप लगाकर उसके खेलने पर पाबंदी लगा दी. तो उसने खेलना छोड़ दिया था. भाई अमन मलिक ने हीं उसका साथ दिया और उसे अभ्यास के लिए अपने साथ दिल्ली ले गया. सफलता मिली तो जुलाई 2022 में गुजरात के गांधीनगर स्थित साई सेंटर हैंडबॉल में उसका चयन हुआ.
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वाकई हरियाणा की इस बेटी के हुनर और जज्बे को देश सलाम करता है. जिसमें कुछ कर गुजरने की इच्छा हो सपनों के हौसलों में उड़ान भरने का जुनून हो तो उसे कोई भी हरा नही सकता. अनु ना केवल अपने प्रदेश के लिए बल्कि देश की उन तमाम लड़कियों के लिए प्रेरणा है जिन्होंने अनु की तरह ही देश के लिए पदक जीतने का सपना देखा हो.
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