पंचकूला: बेशक हॉकी सूरमा संदीप सिंह खेल राज्यमंत्री के ओहदे पर पहुंच गए हैं, लेकिन उनकी दिनचर्या खेल और खिलाड़ियों के इर्द गिर्द ही घूमती है. खेल मैदान के बाहर संदीप सिंह खिलाड़ियों को फिटनेस और मानसिक रूप से मजबूत होने का गुर मंत्र हमेशा देते हैं. यही नहीं खेल मंत्री होते हुए भी वो कोच से भी सीधा संवाद करते हैं, ताकि खिलाड़ियों की परेशानी को समझा जा सके.
खेल मंत्री संदीप सिंह ने पंचकूला स्थित ताऊ देवीलाल स्टेडियम में खिलाड़ियों से सीधा संवाद किया तो वर्चुअल संवाद के जरिए प्रदेश भर के कोच और युवा खिलाड़ियों से बातचीत की. उन्होंने खिलाड़ियों को मानसिक रूप से स्वस्थ रहने का गुर मंत्र दिया.
खेल मंत्री ने कहा कि खेल के मैदान में खिलाड़ियों का मानसिक रूप से मजबूत होना बेहद आवश्यक है, क्योंकि तभी वो लक्ष्य को हासिल कर पाएंगे. चिंता में न तो खिलाड़ी अपने खेल पर ध्यान केंद्रित कर पाएगा और न ही लक्ष्य प्राप्ति तक पहुंच सकेगा, इसलिए मैदान में उतरने से पहले खिलाड़ी मानसिक रूप से सुदृढ़ हो तभी वो बेहतरीन प्रदर्शन कर सकता है.
खेल मंत्री संदीप सिंह ने वर्चुअल संवाद के दौरान प्रदेश भर के कोचों को आह्वान किया कि अभ्यास या मैच से पहले खिलाड़ियों को मानसिक रूप से मजबूत करने के लिए बातचीत करें और अगर किसी खिलाड़ी को कोई परेशानी है तो वो उसे साझा करें और उसका हल करने का प्रयास करें ताकि खिलाड़ी का खेल के प्रति लगाव कम न हो.
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खेल मंत्री ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल चुके खिलाड़ियों को भी आह्वान किया कि वो खेल के मैदान पर पहुंचकर जूनियर खिलाड़ियों को खेल के गुर मंत्र दें ताकि वो बेहतरीन प्रदर्शन करने के साथ सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी भी बन सकें. राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल चुके खिलाड़ी जूनियर खिलाड़ियों के प्रेरणा स्त्रोत होते हैं, इसलिए उनकी प्रेरणा को बढ़ाने के लिए सप्ताह में कम से कम एक दिन जरूर खिलाड़ियों से रूबरू हों.