पंचकूला: हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (haryana staff selection commission) ने साल 2019 में हरियाणा में क्लर्क भर्ती परीक्षा (clerk recruitment exam in haryana) करवाई थी. जिसमें कैंडिडेट की जगह दूसरे व्यक्ति ने पेपर दिया था. इस मामले का खुलासा तब हुआ, जब उनके डॉक्यूमेंट की वेरिफिकेशन की गई. सोमवार को इस मामले में पंचकूला सेक्टर-5 थाना पुलिस ने एसएसएससी की शिकायत पर मामला दर्ज किया है.
जांच के बाद पंचकूला सेक्टर-5 पुलिस थाना ने 15 कैंडिडेट्स के खिलाफ मामला दर्ज किया है. सूत्रों की मानें तो परीक्षा देने वाले आरोपियों ने 8 से 10 लाख रुपये कैडिडेट़्स से लिए हैं. परीक्षा देने वालों में सरकारी विभाग में कार्यरत कर्मचारी भी शामिल हैं. पुलिस ने सोमवार को एचएसएससी ऑफिस से कैंडिडेट्स के रिकॉड लिया. जिसमें कैडिडेट्स की फोटो, फिंगर प्रिंट, परीक्षा रूम में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज, रोल नंबर आदि शामिल हैं.
बता दें कि क्लर्क भर्ती मामले में हुए फर्जीवाड़े (clerk recruitment exam scam case) से पहले पुलिस भर्ती व एएलएम भर्ती में फर्जीवाड़ा सामने आ चुका है. उसमें भी आरोपी कैंडिडेट्स से परीक्षा देने के एवज में लाखों रुपये ले चुके हैं. अब जांच का विषय ये है कि आरोपी कैंडिडेट के संपर्क में आते कैसे हैं. आरोपियों को उनकी जानकारी मिलती कहां से है.
ये है पूरा मामला: हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन की ओर से मई 2019 में क्लर्क की पोस्टों के लिए विज्ञापन निकाला गया. जिसके लिए हरियाणा के सभी जिलों में 21, 22 और 23 सितंबर 2019 को लिखित परीक्षा आयोजित की गई. लिखित परीक्षा में पास कैंडिडेट का डॉक्यूमेंट्स वेरीफिकेशन सेक्टर-5 परेड ग्राउंड में 21 मई से 6 जून 2022 तक किया गया. डॉक्यूमेंट्स वेरीफिकेशन के दौरान अलग-अलग जिलों के कुल 15 कैंडिडेट के ना ही फिंगर प्रिंट मैच हुए, ना ही सीसीटीवी फुटेज, और ना ही वीडियोग्राफी मैच हुई. जिसके आधार पर हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन की ओर से उन 15 कैंडिडेट के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी गई और पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस सभी रिकॉर्ड लेकर जांच में जुट गई है.