पंचकूलाः कोरोना वायरस के चलते हुए लॉकडाउन के कारण दिहाड़ी मजदूरी कर रहे लोगों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. मजदूरी करने वाले लोगों की दिक्कत तब और बढ़ गई. जब एक बार फिर लॉकडाउन को बढ़ा दिया गया. इस दौरान कई लोग ट्रेनों और बसों के माध्यम से अपने राज्य की ओर जा रहे हैं तो वहीं कुछ ऐसे लोग भी हैं. जोकि अपने परिवार के साथ पैदल लंबी यात्रा करते हुए अपने घर को रवाना हो रहे हैं.
पंचकूला पुलिस ने ऐसे करीब 70 ऐसे लोगों को पकड़ा जोकि अपने परिवार, बच्चों के साथ पैदल ही अपने राज्य की ओर जाने के लिए निकले थे. पुलिस प्रवासी लोगों को सेक्टर 20 के सरकारी स्कूल में लेकर आई.
हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ से चले थे प्रवासी
यहां लाए गए लोगों में से ज्यादातर हिमाचल प्रदेश के बद्दी और चंडीगढ़ के मनीमाजरा में दिहाड़ी मजदूरी का काम करते हैं. इन लोगों ने लॉकडाउन के दौरान 2 महीने तक धैर्य रखा और मजदूरी से कमाए हुए पैसों के जरिए करीब 2 महीने का समय काटा. लेकिन अब जब इनके पास पैसे नहीं बचे, तो पैदल ही अपने घरों के लिए निकल लिए. प्रवासी मजूदरों का कहना है कि उनके पैसे खत्म होने के बाद हिमाचल प्रदेश या चंडीगढ़ में प्रशासन ने उनकी कोई मदद नहीं की. जिसके चलते वे सभी सड़क के रास्ते पैदल ही अपने घर जाने के लिए मजबूर हो गए.
जिला प्रशासन कर रहा मजदूरों के लिए इंतजाम
प्रवासी मजदूरों ने बताया कि जब वे बद्दी, मनीमाजरा से पंचकूला के रास्ते से अपने राज्य की ओर पैदल जा रहे थे. तभी रास्ते में उन्हें पंचकूला पुलिस ने रोक लिया और अपने वाहन में इन्हें पंचकूला के सेक्टर 20 में ले आई. जानकारी के मुताबिक पंचकूला जिला प्रशासन ने अब प्रवासी मजदूरों के लिए खाने पीने का इंतजाम करने के साथ ही उनको गंतव्य तक पहुंचाने की कवायद शुरू करेगा.
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