पंचकूला: नवरात्रि का पर्व शुरू हो चुका है. नवरात्रों के 9 दिन पूरे देश में देवी मां के मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है. मंदिरों में प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु माता के दर्शन करने और माथा टेकने के लिए पहुंचते हैं. उत्तर भारत के सबसे प्रमुख मंदिरों में से एक है पंचकूला का माता मनसा देवी मंदिर, जहां आम दिनों में भी कई हजार लोग माता के दर्शन करने के लिए आते हैं, लेकिन इस साल कोरोना संकट के चलते श्रद्धालुओं को सीमित संख्या में ही आने की इजाजत दी जा रही है.
ई-पास से होगी मंदिर में एंट्री
इस बार नवरात्रों के दिनों में दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को लेकर कई नियम बनाए गए हैं जिसमें श्रद्धालु आराम से मंदिर में माता के दर्शन भी कर पाएं और उन्हें कोरोना के खतरे से भी बचाया जा सके. हमने इस बारे में मंदिर के पुजारी से बात की. जिसमें उन्होंने बताया कि इस बार दर्शन करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ई-पास की व्यवस्था की गई है. जो मंदिर की वेबसाइट से अप्लाई किया जा सकता है.
उन्होंने बताया कि ई-पास लेकर आने वाले श्रद्धालुओं को ही मंदिर के अंदर प्रवेश करने की अनुमति होगी. नवरात्रों के पहले दिन 11,000 लोगों ने ही पास बनवाए हैं इसके अलावा करीब 1800 वीआईपी पास भी हैं, जिनमें से करीब 1600 लोगों के पहुंचने की उम्मीद है.
इसके अलावा इस बार किसी भी श्रद्धालु को बाहर से प्रसाद लाने की अनुमति नहीं है. मंदिर में भी श्रद्धालुओं को चरणामृत वितरित नहीं किया जाएगा. हालांकि, मंदिर प्रबंधन के लिए ड्राई फ्रूट्स का प्रसाद बनाया गया है. श्रद्धालु उसे मंदिर में लगे स्टाल से खरीद सकते हैं. वहीं इस बार नवरात्रों के दौरान लगने वाले भंडारे को भी नहीं लगाया जा रहा है.
ज्ञानचंद गुप्ता ने किए माता के दर्शन
नवरात्रों के पहले दिन हरियाणा विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता भी माता मनसा देवी के दर्शन करने के लिए मंदिर में पहुंचे. ईटीवी से बात करते हुए उन्होंने कहा की मंदिर प्रबंधन की ये कोशिश है कि किसी भी श्रद्धालु को यहां आने में और माता के दर्शन करने में कोई समस्या ना आए. सब लोग आराम से दर्शन करके जा सकें.
'मंदिर में नहीं लगी भीड़'
इस अवसर पर मंदिर में पहुंचे श्रद्धालुओं ने कहा इस बार मंदिर में आने के लिए उन्हें ई-पास बनवाना पड़ा जिसके बाद वो मंदिर में आए. इस बार मंदिर में भक्तों की भीड़ को कम रखने की कोशिश की गई है. जिस वजह से उन्हें बहुत देर तक लाइन में लगना नहीं पड़ा. थोड़ी देर लाइन में लगने के बाद ही माता के दर्शन कर लिए. मंदिर में ज्यादा भीड़ नहीं होने की वजह से श्रद्धालुओं को काफी सहूलियत मिल रही है.
ये भी पढे़ं- आज से शुरू हुए नवरात्र, 'छोटी काशी' के मंदिरों में हुई शैलपुत्री की पूजा