पंचकूला: हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने पंचकूला अनाज मंडी का औचक निरीक्षण (Gyanchand Gupta inspected grain market) किया. इस दौरान उन्होंने गेहूं खरीद व्यवस्था का जायजा लिया और किसानों के साथ आढ़तियों से बातचीत की. इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष को अनाज मंडी और गेहूं खरीद प्रक्रिया में कई खामियां मिली. जिसको ज्ञानचंद गुप्ता ने तुरंत दुरूस्त करने के आदेश अधिकारियों को दिए.
इसके बाद उन्होंने अनाज मंडी के बाहर लगने वाली फलों और सब्जियों की दुकानों का भी दौरा किया. तब पता लगा कि दुकानदारों से 200 रुपये प्रतिदिन लिए जाते हैं. जिसको लेकर ज्ञान चंद गुप्ता ने जांच के आदेश दिए. विधानसभा अध्यक्ष (Haryana Vidhan Sabha Speaker Gyanchand Gupta) ने कहा कि मैंने मंडी में आने वाले गेहूं की क्वालिटी की जांच की है. इस बार फसल पर गर्मी और बारिश की मार पड़ी है. जिससे फसल की पैदावार में कमी आई है.
उन्होंने कहा कि इस बार पंचकूला मंडियों में पंजाब से आने वाली फसल पर भी रोक लगाई गई है. जिसके चलते पंचकूला में आने वाली फसल अभी बहुत कम मंडियों में आई है. उन्होंने कहा कि अनाज मंडी (grain market in Panchkula) में स्वच्छता और सफाई की दृष्टि से बुरा हाल है. देखने से लगता है कि कई महीनों से यहां कभी सफाई नहीं हुई. ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि इसके अलावा अनाज मंडी में कुछ फल-सब्जी बेचने वालों से अधिकारी पैसे वसूलते हैं.
यहां रेहड़ी फड़ी लगाने वाले लोगों ने बताया कि उनसे रोजाना ₹200 किराया लिया जाता है और टेबल के पैसे भी लिए जाते हैं. जो ₹200 किराया दिया जाता है उसकी कोई भी पर्ची या कोई रसीद नहीं दी जाती. जिसके बाद विधानसभा स्पीकर ने कहा कि मंडी बोर्ड के चीफ एडमिनिस्ट्रेटर टीएल सत्यप्रकाश और मंडी बोर्ड की सेरक्ट्री कमलप्रीत कौर से इस बारे में बात की है और कड़ा संज्ञान लेने की बात कही है. उन्होंने कहा कि मुझे एक बहुत बड़ा रैकेट नजर आ रहा है और इसके लिए जो भी लोग जिम्मेदार होंगे. उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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