पंचकूला: हरियाणा पुलिस ने राज्य सरकार की कल्याणकारी पहलों के तहत साल-2020 के दौरान नई अनुग्रह-अनुदान नीति के अंतर्गत मृतक पुलिसकर्मियों के 45 आश्रितों को सरकारी नौकरियां दी हैं. पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पुलिस शहीदी दिवस के अवसर पर घोषणा की थी कि नई अनुग्रह-अनुदान नीति के तहत 50 मृतक पुलिसकर्मियों के परिवारों के एक-एक सदस्य को सरकारी नौकरी प्रदान की जाएगी.
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि हमने अपने बहादुर अधिकारियों और जवानों के 45 परिजनों को पहले ही नौकरियां दे दी हैं. इनमें से 31 आश्रितों को कॉन्स्टेबल, 12 को क्लर्क और दो को चतुर्थ श्रेणी में नियुक्त किया गया है. नई नीति के तहत शेष पात्र आश्रितों को कवर करने की प्रक्रिया जारी है.
यहां ये उल्लेखनीय होगा कि राज्य सरकार ने एक नई अनुग्रह-अनुदान नीति लागू की है, जिसके तहत 52 वर्ष की आयु से पूर्व मृत्यु को प्राप्त कर्मचारी के मामले में उसके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी प्रदान की जाएगी.
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि साल-2020 के दौरान कोविड लॉकडाउन को लागू करना और सार्वजनिक व्यवस्था को बनाए रखना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती थी. घातक वायरस के प्रसार को प्रतिबंधित करने के लिए सरकार द्वारा लॉकडाउन घोषित करने के बाद से पुलिस ने मानवीय दृष्टिकोण से लॉकडाउन को ठीक से लागू करने के लिए कई कदम उठाए.
'14 पुलिसकर्मियों की कोरोना से हुई मौत'
डीजीपी ने कहा कि अब तक 2900 से अधिक पुलिसकर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं. इनमें से 2,813 मामले ठीक हो चुके हैं. हालांकि, मोर्चे पर काम करने वाले हमारे 14 पुलिसकर्मी कोविड-19 के कारण मृत्यु को प्राप्त हुए हैं. उन्होंने कहा कि मृतक पुलिसकर्मियों के आश्रितों को 30 लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करने का एक प्रस्ताव पहले ही सरकार को भेजा जा चुका है.
इसी बीच साल 2020 के दौरान जिला सोनीपत में असामाजिक तत्वों से लड़ते हुए दो पुलिसकर्मियों ने शहादत प्राप्त की. पुलिसकर्मियों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध रहने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए डीजीपी मनोज यादव ने कहा कि सरकार से मिल रहे हर प्रकार के सहयोग से विभाग अपराध को नियंत्रित करने के साथ-साथ कर्मचारियों के लिए कल्याणकारी गतिविधियां चला रहा है.
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