पंचकूलाः कोरोना वायरस के चलते पूरे देश में लॉकडाउन जारी है. वहीं नगर निगम पंचकूला भी इस वक्त अपनी सेवाएं दे रहा है. इसके लिए नगर निगम में 24x7 कंट्रोल रूम बनाया गया है. नगर निगम के काम काज को लेकर नगर निगम के कमिश्नर सुमेधा कटारिया ने ईटीवी भारत से बातचीत की.
इस दौरान सुमेधा कटारिया ने ये भी बताया कि कोरोना से जंग के माहौल में वो खुद किस तरह से अपने परिवार और काम के बीच तालमेल बैठा रही है. उन्होंने कहा कि देश के सभी नागरिकों की तरह उनके परिवार के लोग भी लॉकडाउन को लेकर जागरूक है. इसलिए उन्हें अपने परिवार से पूरा सपोर्ट मिल रहा है.
उन्होंने कहा कि इस वक्त कोरोना को लेकर जंग के सिवा किसी के पास कुछ और सोचने का समय नहीं है. उन्होंने कहा कि खुद को सुरक्षित रखते हुए अपनी जिम्मेदारियों को निभाना इस वक्त सबसे ज्यादा जरूरी है. सुमेधा कटारिया ने बताया कि नगर निगम पंचकूला लॉकडाउन में अपनी पर्याप्त सेवाएं दे सके इसके लिए 24x7 कंट्रोल रुम स्थापित किया गया है. जिसमें कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार की शिकायत दर्ज करवा सकता है. उसकी निगरानी सुमेधा कटारिया खुद करती हैं.
टीम के साथ उपलब्ध रहती हैं सुमेधा काटारिया
सुमेधा कटारिया ने कहा कि वो खुद अपनी टीम के साथ मौके पर उपलब्ध रहती हैं. इससे टीम का मनोबल भी बढ़ता है. उन्होंने बताया कि नगर निगम के करीब 1 हजार सफाई कर्मचारी हैं और अलग-अलग कुछ टीमें है जोकि सभी मिलकर काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वे अपने स्टाफ को समझाती हैं कि सभी अपने काम के साथ-साथ खुद की सुरक्षा का भी ध्यान रखें. नगर निगम के जितने भी सफाई कर्मी है उन सभी को पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट्स मुहैया कराए गए हैं. वहीं नगर निगम के किसी स्टाफ की यदि तबीयत खराब होती है तो उसकी पूरी जांच कराने का साथ-साथ उसे आराम करने की भी सलाह दी जाती है.
लॉकडाउन में धैर्य बनाए रखने की जरूरत
लॉकडाउन में परेशानियों पर बात करते हुए सुमेधा कटारिया ने कहा कि इस वक्त धैर्य रखने का समय है. हर किसी को परेशानी हो रही है. अगर अच्छा वक्त ज्यादा देर तक नहीं रहता है तो बुरा वक्त भी ज्यादा देर तक नहीं रहता है. ये समय भी गुजर जाएगा. सुमेधा कटारिया ने इस दौरान लोगों से धैर्य बनाए रखने की अपील की.
उन्होंने बताया कि पंचकूला में 9 शेल्टर होम्स है और शेल्टर होम्स में रहने वालों के साथ संवेदना के साथ उनका ख्याल रखा जा रहा है. ताकि शेल्टर होम में रहने वाला हर व्यक्ति शेल्टर होम को अपना घर समझ सके.
कर्मचारियों में तालमेल बिठाना जरूरी
काम को लेकर सुमेधा कटारिया ने बताया कि उनका काम मुख्य रूप से तालमेल बिठाना है. जिसके चलते वह ऑफिस में भी जाती हैं, फील्ड में भी जाती हैं और घर से भी काम को ऑपरेट करती हैं. क्योंकि उन्हें एक लीडर की भूमिका निभानी है, इसलिए अगर रात को 12 बजे भी कोई मैसेज उन्हें आता है तो उसे भी वह अटेंड करती हैं और उस पर कार्रवाई करती हैं.
कोरोना के संकट में पंचकूला जिला रेड जोन में है ऐसे में आईएएस सुमेधा कटारिया ने लोगों से आग्रह किया कि पंचकूला के सभी नागरिक धैर्य बनाए रखें और नगर निगम का सहयोग करें.
ये भी पढ़ेंः- होटल इंडस्ट्री पर लॉकडाउन की मार, ट्राईसिटी में 190 करोड़ का हो चुका है नुकसान