पंचकूला: हरियाणा के डीजीपी मनोज यादव ने पुलिस मुख्यालय में आयोजित एक वीडियो-कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सभी पुलिस आयुक्तों (सीपी) और जिला पुलिस अधीक्षकों (एसपी) की बैठक ली. यह बैठक राज्य सरकार द्वारा लगाए गए लॉकडाउन व रात्रि कर्फ्यू को लागू करने समेत रेमेडिसविर इंजेक्शन और ऑक्सीजन की कालाबाजारी के खिलाफ अबतक की पुलिस कार्रवाई की समीक्षा के लिए आयोजित की गई थी.
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इस बैठक डीजीपी मनोज यादव ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि फील्ड में तैनात सभी अधिकारी कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सख्ती बरतें. वहीं लॉकडाउन को अपने-अपने क्षेत्रों में एक मजबूत तंत्र एक्टिवेट करें. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के निर्देशों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, जबकि आवश्यक सामग्री वाहनों और ऐसी गतिविधियों में लगे लोगों, ई-पास धारकों, जरूरतमंदों को ही आवाजाही की अनुमति दी जाए.
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डीजीपी मनोज यादव ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि लॉकडाउन के दौरान किसी आवश्यक कार्य के लिए बाहर जाने के इच्छुक नागरिक सबसे पहले हरियाणा सरकार के 'सरल हरियाणा' वेब-पोर्टल से 'ई-पास' प्राप्त करें. पुलिस को निर्देशित किया गया है कि वैध 'ई-पास' दिखाने के बाद ही नागरिकों की आवाजाही की अनुमति दी जाए. डीजीपी ने मीटिंग के दौरान जीवन रक्षक दवाओं और ऑक्सीजन सिलेंडर की जमाखोरी और कालाबाजारी के खिलाफ की गई कार्रवाई की भी समीक्षा की.
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डीजीपी मनोज यादव ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान नागरिकों को सेवाएं प्रदान करने में हरियाणा पुलिस अग्रणी रही है. विभिन्न कर्तव्यों के दौरान संक्रमित हमारे कर्मियों की बढ़ती संख्या फिर से पुलिस के लिए एक चुनौतीपूर्ण समय है. उन्होंने पुलिस अधिकारियों से कहा कि वे अपने जिलों में कर्मचारियों विशेष रूप से कोविड संक्रमित कर्मियों की देखभाल की उचित व्यवस्था करना सुनिश्चित करें.