पंचकूला: सिरसा के चौटाला गांव स्थित फ्रूट प्लांट में दो लोगों की गोली मारकर हत्या करने के मामले में सीबीआई की विशेष कोर्ट में पहली सुनवाई हुई. सीबीआई ने कोर्ट में अर्जी दायर कर मुख्य आरोपियों के लाई डिटेक्टर टेस्ट की मांग की है. वहीं सीबीआई की मांग पर बचाव पक्ष ने भी सहमति जताई है.
बचाव पक्ष के वकील करन सचदेवा ने बताया कि कोर्ट ने मामले की आगामी सुनवाई के लिए 4 जुलाई की तिथि निर्धारित की है. मामले के मुख्य आरोपियों में हर सिमरनदीप सिंह उर्फ सिम्मा और सुखप्रीत सिंह उर्फ बुड्ढा हैं.
क्या है मामला?
दर्ज मामले के शिकायतकर्ता चौटाला गांव के निवासी रणबीर हैं. उन्होंने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि गांव में प्रदीप कुमार गोदारा ने खेत में किनू की सफाई और पैकिंग का पीके फ्रूट्स नाम से प्लांट लगाया है और 11 जनवरी 2017 को वो और उनका भतीजा सतबीर किनू के बाग का सौदा करने के लिए रात करीब सवा 8 बजे प्रदीप गोदारा के प्लांट पर गए थे.
उस समय प्रदीप कुमार गोदारा और अमित सहारण पहले से दफ्तर में बैठे बातचीत कर रहे थे. इस पर रणबीर सिंह और उसके भतीजे सतबीर ने अपने 3 एकड़ के भाग का सौदा करने की बातचीत की. इसके बाद प्रदीप कुमार अपने प्लांट की तरफ चला गया और दफ्तर में सिर्फ 3 ही लोग रह गए. फिर करीब रात 8:45 बजे दो नौजवान लोग हाथों में पिस्तौल लेकर दफ्तर में घुस गए. उन्होंने कुर्सियों पर बैठे सतबीर और अमित पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दी. रणबीर सिंह बचाव के लिए मेज के नीचे छुप गए थे.
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हमलावर गोलियां चलाने के बाद बाहर खड़ी कार में बैठ कर फरार हो गए. घायल अमित और सतबीर को खून से लथपथ हालत में अस्पताल ले जाया गया था. जहां डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था.