पलवल: इस बार पूरे विश्व में 'जैव विविधता' थीम के साथ विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा है. विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर जिले के रसूलपुर विद्यालय के प्रिंसिपल ने पौधारोपण कर पर्यावरण को बचाने का संदेश दिया.
रसूलपुर गांव स्थित नव-निर्मित नवोदय विद्यालय ने पौधारोपण कर विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया. इस अवसर पर नवोदय विद्यालय के प्रिंसिपल ने इस मानसून में विद्यालय परिसर में जैविक विविधता वाले पंद्रह सौ से दो हजार पौधे लगवाने की घोषणा की है. इस अवसर पर डिविजनल वन अधिकारी दीपक पाटिल और वन विभाग की पूरी टीम वहां मौजूद रही.
दीपक पाटिल बताया कि 5 जून 1974 के दिन संयुक्त राष्ट्र के ने बिगड़ते पर्यावरण को के लिए 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी. तभी से इस दिन को विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में मनाया जाता है. उन्होंने कहा कि जैव विविधता वाले पौधों को लगाकर ही हम पर्यावरण को सुरक्षित कर सकते हैं.
नवोदय विद्यालय के प्रिंसिपल धीरेंद्र कुमार मेहता ने बताया कि वायु को शुद्ध करने के लिए केवल पौधे ही हैं, जो नेचुरल तरीके से वायु को शुद्ध करने की क्षमता रखते हैं. इसलिए हमें ज्यादा से ज्यादा पौधों का रोपण करना चाहिए. इस अवसर पर उन्होंने घोषणा की है कि विद्यालय परिसर में मानसून की बरसात शुरू होने के बाद 1500 से 2000 पौधों का रोपण किया जाएगास. इसमें अलग-अलग प्रजाति के पौधों को लगाया जाएगा.
ये भी जानें-विश्व पर्यावरण दिवस आज : पर्यावरण, मानव हस्तक्षेप और महामारी
गौरतलब है कि विश्व पर्यावरण दिवस की पूर्व संध्या पर जारी एक संदेश में सीएम मनोहर लाल ने भी प्रदेशवासियों को संदेश दिया था. उन्होंने कहा था कि एक तरफ जहां हम अपने स्वार्थ के लिए भूमिगत जल का दोहन कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर हम जल को दूषित भी कर रहे हैं. उन्होंने कहा था कि पौधरोपण के जरिए ही पर्यावरण को बचाया जा सकता है.