पलवल: हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के बैनर तले जिले के दर्जनों अध्यापकों ने अध्यापक तथा छात्रों की समस्याओं को लेकर खंड कार्यालय पर धरना देकर रोष प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी अशोक बघेल को शिक्षा मंत्री के नाम अपनी मांगों का लेकर एक ज्ञापन भी सौंपा. धरने की अध्यक्षता खंड प्रधान अशोक गर्ग ने की तथा संचालन खंड सचिव महेश चंद ने किया.
जिला प्रधान वेद पाल ने कहा कि सुलभ शिक्षा प्राप्त करना समाज की बुनियादी आवश्यकता है. जिसकी पूर्ति करना सरकार का प्रथम दायित्व है, लेकिन सरकार इस दायित्व से पीछे हट रही है. क्योंकि जनसंख्या वृद्धि के साथ-साथ जहां नए विद्यालय खोले जाने थे. उसकी जगह स्कूलों को बंद किया जा रहा है. सैंकड़ों स्कूलों से विज्ञान संकाय को समाप्त कर दिया गया है.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री खुले मंच से सरकारी स्कूलों का प्रबंधन निजी हाथों में देने की बात करते हैं. स्कूलों में हजारों पद खाली पड़े हैं. उन पदों पर सक्षम युवाओं को लगाकर उनका शोषण करने की तैयारी की जा रही है.
क्या हैं मांगे ?
वहीं राज्य उपप्रधान हरिचन्द वर्मा ने कहा कि अध्यापक संघ ने ज्ञापन में नई पेंशन स्कीम की बजाए पुरानी पेंशन बहाल करना, स्कूलों को बंद करने की बजाय जन शिक्षा का विस्तार करना, गेस्ट टीचर्स सहित विभाग में कार्यरत सभी कच्चे कर्मचारियों को पक्का करना, सभी प्रकार के शिक्षा बजट बढ़ाना और सत्र के शुरू में देना सहित प्राथमिक एवं सी एन्ड वी अध्यापकों के सामान्य अंतरजिला तबादले करना, सभी प्रकार की पदोन्नतियां करना, अध्यापकों को सक्षम निष्ठा ट्रेनिंग, बीएलओ रिजल्ट ऑनलाइन करना आदि में न उलझाकर शैक्षिक कार्य करने देना, वर्तमान वेतन बजट यथाशीघ्र जारी करना, एससी, बीसी और बीपीएल सहित बच्चों की राशियां सत्र के शुरू में ही देना आदि मांग की गई.
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