पलवल: गदपुरी थाना क्षेत्र से सात दिन पहले रहस्यमयी परिस्थिति में लापता हुए 12वीं कक्षा के छात्र की कहानी मनघड़ंत पाई गई. छात्र ने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर खुद ही अपने अपहरण की साजिश रची और अपने पिता से फिरौती के तौर पर 50 लाख रुपये की मांग की. पुलिस ने छात्र के पिता की प्राथमिक शिकायत पर गुमशुदगी का मामला दर्ज कर गहनता से जांच की तो सारे मामले का खुलासा हो पाया.
दो दिन की पुलिस रिमांड पर आरोपी
सीआईए पलवल और साइबर सेल की गहन जांच के बाद आरोपी छात्र और उसके तीन साथियों को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया और उन्हें अदालत में पेश कर शनिवार को दो दिन के पुलिस रिमांड पर ले लिया गया है.
पिता ने दर्ज कराई शिकायत
पलवल डीएसपी सुरेश कुमार ने बताया कि गांव मांदकौल निवासी चमन प्रकाश ने 23 सिंतबर को पुलिस को एक शिकायत दर्ज कराई थी कि उसका बेटा 12वीं कक्षा का छात्र है, जो 21 सितंबर को बगैर घर से कुछ बताए कहीं चला गया और तबसे घर नहीं आया. शिकायत में कहा गया कि छात्र को अंतिम बार गांव निवासी पवन और हरिओम के साथ देखा गया, वो दोनों भी उसी दिन से गायब थे.
50 लाख की मांगी गई फिरौती
छात्र और उसके साथियों ने 25 सितंबर को अपने पिता के पास फोन किया और कहा कि यदि उसे वापस लेना चाहते हो तो 50 लाख रुपये का इंतजाम कर लो और वो बार-बार फोन कर फिरौती की रकम मांगते रहे. छात्र के पिता ने फिरौती की जानकारी पुलिस को दी.
आरोपियों को किया गया गिरफ्तार
पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बीजारनिया के नेतृत्व में जांच सीआईए व साइबर सेल को सौंपी. जांच व फिरौती के लिए किए गए फोन नंबरों के आधार पर छात्र और उसके साथियों की लोकेशन फरीदाबाद की पाई गई. पुलिस टीम ने 27 सितंबर को छात्र और उसके दोनों साथियों को मिलन होटल के पास गिरफ्तार किया.
छात्र ने रची साजिश
पूछताछ में छात्र ने बताया कि उसका पिता उसे घर से बाहर नहीं जाने देता और न ही जेब खर्च के लिए रुपये देता है. इसलिए उसने व उसके साथियों ने यह मनघंड़त कहानी रची. पूछताछ में बताया कि सबसे पहले वे चारों साथी कोकिलावन धाम गए और उसके बाद अपने साथी ईशांत के घर पर रुके और उसकी कार में इधर-उधर पार्कों के पास और सुनसान जगह जाकर समय बीताते रहे. पुलिस ने आरोपियों से मोबाइल फोन की बरामदगी और निशानदेही के लिए चारों को अदालत में पेश कर दो दिन के लिए पुलिस रिमांड पर लिया हुआ है.