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पलवल विधानसभा: 'सुनिए नेता जी', आखिर क्यों 0 नंबर दे रही आपके हलके की जनता?

स्थानीय लोगों ने बीजेपी पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि यहां से बीजेपी के दीपक मंगला हार गए थे. जिसके बाद से बीजेपी उनके साथ भेदभाव कर रही है. 5 साल बीतने को हैं, लेकिन यहां विकास कार्य के नाम पर कुछ भी नहीं हुआ है.

पलवल विधानसभा से 'सुनिए नेता जी'
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Published : Aug 24, 2019, 7:41 PM IST

Updated : Aug 24, 2019, 9:30 PM IST

पलवल: ईटीवी भारत की स्पेशल सीरिज 'सुनिए नेताजी' के इस एपिसोड में हम पलवल विधानसभा क्षेत्र में पहुंचे और वहां की जनता से उनके विधायक के विकास कार्यों के बारे में बातचीत की.

पलवल विधानसभा से 'सुनिए नेता जी'

2008 में बना था अलग जिला
दिल्ली से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर हरियाणा का पलवल जिला पड़ता है. साल 2008 में पलवल को अलग जिला बनाया गया. इससे पहले पलवल फरीदाबाद का हिस्सा हुआ करता था. अगर पलवल के विधायक की बात करें तो अभी यहां से करण सिंह दलाल कांग्रेस विधायक हैं.

करण सिंह दलाल हैं यहां से विधायक
पलवल विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने बताया कि जिला बनने के बाद आज भी पलवल दो सबसे बड़ी समस्याओं से जूझ रहा है. जिसमें पहले नंबर पर चारों तरफ फैली गंदगी है और दूसरे नंबर पर यातायात की सबसे बड़ी असुविधा है. पलवल के लोगों ने बताया कि उन्हें उम्मीद थी कि बीजेपी की सरकार बनने के बाद उनके विधानसभा क्षेत्र के हालात सुधर जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.

'5 साल में नहीं हुआ विकास'
स्थानीय लोगों ने कहा कि भ्रष्टाचार यहां सिर चढ़कर बोल रहा है. सरकार के नुमाइंदे और अधिकारी दोनों हाथों से जनता को लूट रहे हैं. शहर में कोई ऐसी गली या कॉलोनी नहीं है, जहां गंदगी के ढेर नहीं लगे हों. नगर परिषद के कर्मचारी मनमाने तरीके से काम करते हैं और उन्हीं कर्मचारियों के साथ मिलकर सरकार के नुमाइंदे अपनी जेब भरते हैं.

बिजली-पानी को तरसे लोग
पलवल विधानसभा क्षेत्र के लोग पर्याप्त बिजली के लिए भी तरस रहे हैं. यहां लोगों को आज भी पीने का स्वच्छ पानी नहीं मिल रहा है क्योंकि सीवरेज की लाइनें काफी पुरानी है, जो लीक हो चुकी है. जिस कारण वॉटर सप्लाई के पानी के साथ मिलकर सीवरेज का पानी भी आता है. जो उनके लिए बीमारी का सबसे बड़ा कारण बन रहा है.

सरकार पर भेदभाव का आरोप
अगर बात करें स्वास्थ्य सेवाएं की तो पलवल में ये भी अच्छी नहीं है. एकमात्र सरकारी अस्पताल है, जहां डॉक्टरों की भारी कमी है. स्थानीय लोगों ने बीजेपी पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि यहां से बीजेपी के दीपक मंगला हार गए थे. जिसके बाद से बीजेपी उनके साथ भेदभाव कर रही है.

जानें क्या है पेंच

दरअसल पलवल से करण सिंह दलाल कांग्रेस के विधायक हैं, 2014 विधानसभा चुनाव में बीजेपी के दीपक मंगला को उन्होंने हराया था. करण दलाल से हारने के बाद दीपक मंगला को सीएम ने राजनैतिक सलाहकार के रूप में नियुक्त किया. ऐसे में विकास के सारे काम जैसे उद्घाटन और शिलान्यास दीपक मंगला करते हैं, करण दलाल नहीं. इसलिए लोगों ने सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाया.

5 साल बीतने को हैं, लेकिन यहां विकास कार्य के नाम पर कुछ भी नहीं हुआ है. ज्यादातर स्थानीय लोगों ने अपने विधायक करण सिंह दलाल को 10 में से 0 नंबर दिए.

पलवल: ईटीवी भारत की स्पेशल सीरिज 'सुनिए नेताजी' के इस एपिसोड में हम पलवल विधानसभा क्षेत्र में पहुंचे और वहां की जनता से उनके विधायक के विकास कार्यों के बारे में बातचीत की.

पलवल विधानसभा से 'सुनिए नेता जी'

2008 में बना था अलग जिला
दिल्ली से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर हरियाणा का पलवल जिला पड़ता है. साल 2008 में पलवल को अलग जिला बनाया गया. इससे पहले पलवल फरीदाबाद का हिस्सा हुआ करता था. अगर पलवल के विधायक की बात करें तो अभी यहां से करण सिंह दलाल कांग्रेस विधायक हैं.

करण सिंह दलाल हैं यहां से विधायक
पलवल विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने बताया कि जिला बनने के बाद आज भी पलवल दो सबसे बड़ी समस्याओं से जूझ रहा है. जिसमें पहले नंबर पर चारों तरफ फैली गंदगी है और दूसरे नंबर पर यातायात की सबसे बड़ी असुविधा है. पलवल के लोगों ने बताया कि उन्हें उम्मीद थी कि बीजेपी की सरकार बनने के बाद उनके विधानसभा क्षेत्र के हालात सुधर जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.

'5 साल में नहीं हुआ विकास'
स्थानीय लोगों ने कहा कि भ्रष्टाचार यहां सिर चढ़कर बोल रहा है. सरकार के नुमाइंदे और अधिकारी दोनों हाथों से जनता को लूट रहे हैं. शहर में कोई ऐसी गली या कॉलोनी नहीं है, जहां गंदगी के ढेर नहीं लगे हों. नगर परिषद के कर्मचारी मनमाने तरीके से काम करते हैं और उन्हीं कर्मचारियों के साथ मिलकर सरकार के नुमाइंदे अपनी जेब भरते हैं.

बिजली-पानी को तरसे लोग
पलवल विधानसभा क्षेत्र के लोग पर्याप्त बिजली के लिए भी तरस रहे हैं. यहां लोगों को आज भी पीने का स्वच्छ पानी नहीं मिल रहा है क्योंकि सीवरेज की लाइनें काफी पुरानी है, जो लीक हो चुकी है. जिस कारण वॉटर सप्लाई के पानी के साथ मिलकर सीवरेज का पानी भी आता है. जो उनके लिए बीमारी का सबसे बड़ा कारण बन रहा है.

सरकार पर भेदभाव का आरोप
अगर बात करें स्वास्थ्य सेवाएं की तो पलवल में ये भी अच्छी नहीं है. एकमात्र सरकारी अस्पताल है, जहां डॉक्टरों की भारी कमी है. स्थानीय लोगों ने बीजेपी पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि यहां से बीजेपी के दीपक मंगला हार गए थे. जिसके बाद से बीजेपी उनके साथ भेदभाव कर रही है.

जानें क्या है पेंच

दरअसल पलवल से करण सिंह दलाल कांग्रेस के विधायक हैं, 2014 विधानसभा चुनाव में बीजेपी के दीपक मंगला को उन्होंने हराया था. करण दलाल से हारने के बाद दीपक मंगला को सीएम ने राजनैतिक सलाहकार के रूप में नियुक्त किया. ऐसे में विकास के सारे काम जैसे उद्घाटन और शिलान्यास दीपक मंगला करते हैं, करण दलाल नहीं. इसलिए लोगों ने सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाया.

5 साल बीतने को हैं, लेकिन यहां विकास कार्य के नाम पर कुछ भी नहीं हुआ है. ज्यादातर स्थानीय लोगों ने अपने विधायक करण सिंह दलाल को 10 में से 0 नंबर दिए.

Intro:सुनिए नेताजी कार्यक्रम के तहत ईटीवी की टीम ने आज पलवल विधानसभा क्षेत्र का दौरा किया जहां उन्होंने बीते सालों में हरियाणा सरकार के द्वारा किए गए कामकाज को लेकर और सरकार का नेतृत्व कर रहे नेताओं के बारे में तथा उनके कार्य शैली के बारे में आम जनता के बीच जाकर बातचीत की


Body:पलवल विधानसभा क्षेत्र दिल्ली से लगभग 60किलोमीटर की दूरी पर बसा हुआ है 2008 में पलवल को जिला बनाया गया इससे पहले यह फरीदाबाद का हिस्सा हुआ करता था वर्तमान हालात की बात करें तो वर्तमान में यहां से कांग्रेस के विधायक हैं करण सिंह दलाल जबकि हरियाणा सरकार में मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव दीपक मंगला यहां सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं ईटीवी की भारत की टीम ने पलवल की जनता के बीच जाकर सरकार का नेतृत्व कर रहे दीपक मंगला के कार्यशैली के बारे में बातचीत की और पिछले सालों में उनके द्वारा कराए गए कार्यों का जायजा लिया ईटीवी भारत को आम जनता ने बताया कि जिला बनने के बाद आज भी पलवल दो सबसे बड़ी समस्याओं से जूझ रहा है जिसमें पहले नंबर पर चारों तरफ फैली गंदगी है और दूसरे नंबर पर यातायात की सबसे बड़ी असुविधा है पलवल के लोगों ने बताया की भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद उनको लगा था पलवल में हालात सुधरेंगे लेकिन सुधारने की वजह है हालात और भी बिगड़ते जा रहे हैं लोगों ने कहा कि भ्रष्टाचार सर चढ़कर बोल रहा है सरकार के नुमाइंदे और अधिकारी दोनों हाथों से जनता को लूट रहे हैं उन्होंने बताया की शहर में कोई ऐसी गली या कॉलोनी नहीं है जहां गंदगी के ढेर नहीं लगे हुए हो नगर परिषद के कर्मचारी मनमाने तरीके से काम करते हैं और उन्हीं कर्मचारियों के साथ मिलकर सरकार के नुमाइंदे अपनी जेब भरते हैं उन्होंने कहा आज भी वह पर्याप्त बिजली के लिए तरस रहे हैं लोगों ने बताया उनको आज भी पीने का स्वच्छ पानी नसीब नहीं हो रहा है क्योंकि सीवरेज की लाइने काफी पुरानी है जो लीक हो चुकी हैं जिस कारण वाटर सप्लाई के पानी के साथ मिलकर सीवरेज का पानी भी आता है जो उनके लिए बीमारी का सबसे बड़ा कारण बनता है उन्होंने बताया कि ना तो सफाई है ना ही पीने का स्वच्छ पानी है जिस कारण पलवल बीमारियों का घर बनता जा रहा है उन्होंने कहा स्वास्थ्य सेवाएं भी पलवल में अच्छी नहीं है एकमात्र सरकारी अस्पताल में भी डॉक्टरों की भारी कमी है भ्रष्टाचार पर बोलते हुए लोगों ने कहा की भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने पैसा कमाने के लिए बार-बार सड़कों को खोदकर बनाने का काम किया है और पिछले सालों में दर्जनों ऐसी सड़क हैं जिनको कई बार खुद कर बनाया गया है और दोनों हाथों से जनता की गाढ़ी कमाई को लूटा गया है ईटीवी भारत की टीम कॉलोनियों से निकलकर हाईवे की तरफ बढ़ी तो हाईवे पर जाम का नजारा देखने को मिला कहने को तो यह भले ही नेशनल हाईवे नंबर 19 है लेकिन इसको देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह किसी पुराने रोड से कम नहीं है हाईवे जगह-जगह से टूटे हुए हैं और हाईवे के सहारे गंदगी के अंबार लगे हुए हैं इसके अलावा नेशनल हाईवे नंबर 19 पर चल रहे सिक्स लेन के काम से जनता काफी परेशान हैं क्योंकि सिक्स लाइन का काम पिछले काफी लंबे समय से चल रहा है लेकिन अभी तक भी पूरा नहीं हुआ है जिस कारण पलवल में जाम की स्थिति बनी रहती है पलवल शहर में आज भी लोगों को ना चलने के लिए अच्छी सड़क मिल पा रही है ना ही लोगों को बिजली पर्याप्त मात्रा में मिल पा रही है ना ही लोगों को पीने का पानी और अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं और बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं मिल पा रही है पलवल की जनता ने बताया कि वह इन मूलभूत सुविधाओं की कमी को लेकर कई कई बार मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव दीपक मंगला से मुलाकात कर चुके हैं लेकिन वह मुलाकात बस मुलाकात ही रह गई हैं उनको बार-बार आश्वासन दिया जाता है उनकी समस्याओं को दूर करने का लेकिन आज तक भी उनकी समस्याओं को पूरा नहीं किया जाता है उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव दीपक मंगला बस यहां वोट लेने के लिए आए थे लेकिन वोट लेने के बाद वह आज तक भी यहां पर नहीं आए उन्होंने कहा यहां कांग्रेस के विधायक हैं करण सिंह दलाल अगर दीपक मंगला हार गए तो उसमें उनका क्या कसूर है क्यों उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है जब ईटीवी भारत में सरकार का नेतृत्व कर रहे दीपक मंगला को उनके किए गए कार्यों को लेकर 10 में से नंबर देने के लिए कहा तो ज्यादातर लोगों ने ने एक स्वर में मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव को जीरो नंबर दिया आखिर ऐसे में सवाल इस बात का है कि जहां 2019 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी 75 बार की बात कर रही है और पूरे हरियाणा में किए गए विकास कार्यों को लोगों को जन आशीर्वाद यात्रा के द्वारा गिना रही है वही पलवल में विकास इतना पीछे क्यों है क्यों लोग आज भी बिजली पानी स्वास्थ्य शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं अब देखना यह होगा कि क्या 2019 के चुनाव में लो फिर से भारतीय जनता पार्टी को वोट करते हैं या फिर यह समस्याएं उनके लिए चुनौती खड़ा करती है


बाईट--आम जनता, ओर स्थानीय निवासी पलवल


Conclusion:पलवल विधानसभा क्षेत्र में हरियाणा सरकार का नेतृत्व कर रहे मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव दीपक मंगला के कार्यशैली के बारे में लोगों से बातचीत की गई ज्यादातर लोगों ने उनके द्वारा किए गए कार्यों को लेकर असंतुष्ट जाहिर की और ज्यादातर लोगों ने दीपक मंगला को 10 मैसेज जीरो नंबर दिए
Last Updated : Aug 24, 2019, 9:30 PM IST
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