पलवल: ईटीवी भारत की स्पेशल सीरिज 'सुनिए नेताजी' के इस एपिसोड में हम पलवल विधानसभा क्षेत्र में पहुंचे और वहां की जनता से उनके विधायक के विकास कार्यों के बारे में बातचीत की.
2008 में बना था अलग जिला
दिल्ली से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर हरियाणा का पलवल जिला पड़ता है. साल 2008 में पलवल को अलग जिला बनाया गया. इससे पहले पलवल फरीदाबाद का हिस्सा हुआ करता था. अगर पलवल के विधायक की बात करें तो अभी यहां से करण सिंह दलाल कांग्रेस विधायक हैं.
करण सिंह दलाल हैं यहां से विधायक
पलवल विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने बताया कि जिला बनने के बाद आज भी पलवल दो सबसे बड़ी समस्याओं से जूझ रहा है. जिसमें पहले नंबर पर चारों तरफ फैली गंदगी है और दूसरे नंबर पर यातायात की सबसे बड़ी असुविधा है. पलवल के लोगों ने बताया कि उन्हें उम्मीद थी कि बीजेपी की सरकार बनने के बाद उनके विधानसभा क्षेत्र के हालात सुधर जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
'5 साल में नहीं हुआ विकास'
स्थानीय लोगों ने कहा कि भ्रष्टाचार यहां सिर चढ़कर बोल रहा है. सरकार के नुमाइंदे और अधिकारी दोनों हाथों से जनता को लूट रहे हैं. शहर में कोई ऐसी गली या कॉलोनी नहीं है, जहां गंदगी के ढेर नहीं लगे हों. नगर परिषद के कर्मचारी मनमाने तरीके से काम करते हैं और उन्हीं कर्मचारियों के साथ मिलकर सरकार के नुमाइंदे अपनी जेब भरते हैं.
बिजली-पानी को तरसे लोग
पलवल विधानसभा क्षेत्र के लोग पर्याप्त बिजली के लिए भी तरस रहे हैं. यहां लोगों को आज भी पीने का स्वच्छ पानी नहीं मिल रहा है क्योंकि सीवरेज की लाइनें काफी पुरानी है, जो लीक हो चुकी है. जिस कारण वॉटर सप्लाई के पानी के साथ मिलकर सीवरेज का पानी भी आता है. जो उनके लिए बीमारी का सबसे बड़ा कारण बन रहा है.
सरकार पर भेदभाव का आरोप
अगर बात करें स्वास्थ्य सेवाएं की तो पलवल में ये भी अच्छी नहीं है. एकमात्र सरकारी अस्पताल है, जहां डॉक्टरों की भारी कमी है. स्थानीय लोगों ने बीजेपी पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि यहां से बीजेपी के दीपक मंगला हार गए थे. जिसके बाद से बीजेपी उनके साथ भेदभाव कर रही है.
जानें क्या है पेंच
दरअसल पलवल से करण सिंह दलाल कांग्रेस के विधायक हैं, 2014 विधानसभा चुनाव में बीजेपी के दीपक मंगला को उन्होंने हराया था. करण दलाल से हारने के बाद दीपक मंगला को सीएम ने राजनैतिक सलाहकार के रूप में नियुक्त किया. ऐसे में विकास के सारे काम जैसे उद्घाटन और शिलान्यास दीपक मंगला करते हैं, करण दलाल नहीं. इसलिए लोगों ने सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाया.
5 साल बीतने को हैं, लेकिन यहां विकास कार्य के नाम पर कुछ भी नहीं हुआ है. ज्यादातर स्थानीय लोगों ने अपने विधायक करण सिंह दलाल को 10 में से 0 नंबर दिए.