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भिवानी जिला परिषद चेयरपर्सन अनीता मलिक के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव गिरा, विरोधी नहीं जुटा पाये निर्धारित आंकड़ा - NO CONFIDENCE MOTION

भिवानी जिप चेयरपर्सन अनीता मलिक की कुर्सी बच गई है. अविश्वास प्रस्ताव के लिए निर्धारित संख्या विपक्षी खेमा नहीं जुटा पाया.

Bhiwani ZP chairperson Anita Malik
भिवानी जिप चेयरपर्सन अनीता मलिक की कुर्सी बची (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : 23 hours ago

भिवानीः जिला परिषद चेयरपर्सन अनीता मलिक के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव पास नहीं हो पाया. बैठक में अविश्वास प्रस्ताव के लिए निर्धारित 15 पार्षद का समर्थन विपक्षी पार्षद नहीं जुटा पाए. बैठक में पहुंचे 16 पार्षदों में से तीन ने अनीता मलिक के पक्ष में मतदान किया, जिस कारण अविश्वास प्रस्ताव गिर गया. इसके साथ ही जिला परिषद की चेयरपर्सन की कुर्सी पर अनीता मलिक बनीं रहेंगी.

23 दिसंबर को चेयरपर्सन के खिलाफ दिया था आवेदनः 23 दिसंबर 2024 को जिला परिषद के 15 पार्षदों ने चेयरपर्सन अनीता मलिक के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए अविश्वास के लिए उपायुक्त कार्यालय में शपथ पत्र दिए थे. इसके बाद उपायुक्त ने अधिसूचना जारी कर अविश्वास प्रस्ताव पर सात जनवरी को बैठक बुलाने का सरकुलर जारी किया. मंगलवार को डीआरडीए हाल में उपायुक्त महावीर कौशिक की अध्यक्षता में बैठक हुई. इस दौरान अविश्वास प्रस्ताव पर गुप्त मतदान हुआ. वहां मौजूद सभी 16 पार्षदों ने मतदान किया.

बच गई भिवानी जिप चेयरपर्सन अनीता मलिक की कुर्सी (Etv Bharat)

2 मतों से बची अनीता मलिक की कुर्सीः बैलेट बाक्स खोला गया तो अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 13 जिप सदस्यों ने वोट मिले. वहीं अविश्वास प्रस्ताव के विरोध 3 सदस्यों के वोट मिले. बतादें कि अविश्वास प्रस्ताव के लिए दो तिहाई मत यानी 15 पार्षदों का प्रस्ताव के पक्ष में होना अनिवार्य था लेकिन 13 ही रहे. ऐसे में दो मतों से एक बार फिर चेयरपर्सन अनीता मलिक की कुर्सी बच गई.

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23 दिसंबर को चेयरपर्सन के खिलाफ दिया था आवेदनः 23 दिसंबर 2024 को जिला परिषद के 15 पार्षदों ने चेयरपर्सन अनीता मलिक के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए अविश्वास के लिए उपायुक्त कार्यालय में शपथ पत्र दिए थे. इसके बाद उपायुक्त ने अधिसूचना जारी कर अविश्वास प्रस्ताव पर सात जनवरी को बैठक बुलाने का सरकुलर जारी किया. मंगलवार को डीआरडीए हाल में उपायुक्त महावीर कौशिक की अध्यक्षता में बैठक हुई. इस दौरान अविश्वास प्रस्ताव पर गुप्त मतदान हुआ. वहां मौजूद सभी 16 पार्षदों ने मतदान किया.

बच गई भिवानी जिप चेयरपर्सन अनीता मलिक की कुर्सी (Etv Bharat)

2 मतों से बची अनीता मलिक की कुर्सीः बैलेट बाक्स खोला गया तो अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 13 जिप सदस्यों ने वोट मिले. वहीं अविश्वास प्रस्ताव के विरोध 3 सदस्यों के वोट मिले. बतादें कि अविश्वास प्रस्ताव के लिए दो तिहाई मत यानी 15 पार्षदों का प्रस्ताव के पक्ष में होना अनिवार्य था लेकिन 13 ही रहे. ऐसे में दो मतों से एक बार फिर चेयरपर्सन अनीता मलिक की कुर्सी बच गई.

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