ETV Bharat / state

पलवल में किसानों को बांटे गये 20 हजार फलदार पौधे - पौधा वितरण पलवल

पलवल में विभिन्न गांवों में गैर लाभकारी संस्थाओं के माध्यम से किसानों को 20 हजार फलदार पौधे बांटे गए.

plants distributed to farmers by irrigation department in palwal
पलवल में किसानों को बांटा गया 20 हजार फलदार पौधे
author img

By

Published : Jul 25, 2020, 5:51 PM IST

पलवल: सयुंक्त राज्य अमेरिका आधारित गैर-लाभकारी संस्था 'वन ट्री प्लांटेड' एवं सामाजिक उद्यम 'सस्टेनेबल ग्रीन इनिशिएटिव', केबीसी संस्था के माध्यम से क्षेत्र के मिंडकोला, मढनाका ,गेलपुर कारना, महेशपुर, जोहरखेड़ा, किशोरपुर, सारोली, लालवा और रीबड गांवों के किसानों को 20 हजार फलदार पौधे बांटे गए.

इस संबंध में सिंचाई विभाग के एसई डॉ. शिवसिंह रावत ने बताया कि इन गैर-लाभकारी संस्थाओं के द्वारा पौधारोपण के साथ किसानों की आय दोगुनी करने की प्लानिंग पर काम किया जा रहा है. किसानों को अलग-अलग प्रकार के फलों के पौधे वितरित किए जा रहे हैं.

पलवल में किसानों को बांटे गये 20 हजार फलदार पौधे

उन्होंने बताया कि किसानों को जो पौधे वितरित किए जा रहे हैं. उनमें आम, जामुन ,अमरूद ,नींबू, अनार, आंवला, पपीता के पौधे शामिल है. उनका मानना है कि फल वाले पौधे लगाने से किसानों की आमदनी बढ़ेगी और सेहत भी अच्छी रहेगी. उन्होंने किसानों से कम पानी वाली फसल लगाने का आह्वान किया. धान की जगह फल, सब्जी एवं बागवानी के लिए किसानों को प्ररित किया.

डॉ. रावत ने फल वाले पौधों के महत्व की जानकारी देते हुए बताया कि फल वाले पौधे भुखमरी, गरीबी, प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन को रोकने में सहायक होते हैं. वायु मंडल से कार्बन डाईऑक्साइड गैस को सोखते हैं और आक्सीजन के रूप में शुद्ध हवा देते हैं. अधिक पेड़ होंगे तो अधिक बारिश होगी. पेड़ों से हरियाली होती है. वहीं पेडों की जड़ें जल को सहेज कर रखने में सहायक होती हैं. जो गिरते हुए भूजल स्तर को रोकने में मदद करती हैं.

डॉ शिवसिंह रावत ने कहा कि फल वाले पौधों से किसानों की आमदनी बढ़ेगी. जिससे किसान आत्म निर्भर बनेगा. फल खाने से सेहत अच्छी होगी. जिससे उसकी रोगों के लिए प्रतिरोधी क्षमता बढ़ेगी और कोरोना जैसी भयानक महामारी भी उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकती.

ये भी पढ़ें: हिसार: सेंट्रल जेल में कैदी के पास मिले दो मोबाइल फोन, 6 कैदी के खिलाफ मामला दर्ज

पलवल: सयुंक्त राज्य अमेरिका आधारित गैर-लाभकारी संस्था 'वन ट्री प्लांटेड' एवं सामाजिक उद्यम 'सस्टेनेबल ग्रीन इनिशिएटिव', केबीसी संस्था के माध्यम से क्षेत्र के मिंडकोला, मढनाका ,गेलपुर कारना, महेशपुर, जोहरखेड़ा, किशोरपुर, सारोली, लालवा और रीबड गांवों के किसानों को 20 हजार फलदार पौधे बांटे गए.

इस संबंध में सिंचाई विभाग के एसई डॉ. शिवसिंह रावत ने बताया कि इन गैर-लाभकारी संस्थाओं के द्वारा पौधारोपण के साथ किसानों की आय दोगुनी करने की प्लानिंग पर काम किया जा रहा है. किसानों को अलग-अलग प्रकार के फलों के पौधे वितरित किए जा रहे हैं.

पलवल में किसानों को बांटे गये 20 हजार फलदार पौधे

उन्होंने बताया कि किसानों को जो पौधे वितरित किए जा रहे हैं. उनमें आम, जामुन ,अमरूद ,नींबू, अनार, आंवला, पपीता के पौधे शामिल है. उनका मानना है कि फल वाले पौधे लगाने से किसानों की आमदनी बढ़ेगी और सेहत भी अच्छी रहेगी. उन्होंने किसानों से कम पानी वाली फसल लगाने का आह्वान किया. धान की जगह फल, सब्जी एवं बागवानी के लिए किसानों को प्ररित किया.

डॉ. रावत ने फल वाले पौधों के महत्व की जानकारी देते हुए बताया कि फल वाले पौधे भुखमरी, गरीबी, प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन को रोकने में सहायक होते हैं. वायु मंडल से कार्बन डाईऑक्साइड गैस को सोखते हैं और आक्सीजन के रूप में शुद्ध हवा देते हैं. अधिक पेड़ होंगे तो अधिक बारिश होगी. पेड़ों से हरियाली होती है. वहीं पेडों की जड़ें जल को सहेज कर रखने में सहायक होती हैं. जो गिरते हुए भूजल स्तर को रोकने में मदद करती हैं.

डॉ शिवसिंह रावत ने कहा कि फल वाले पौधों से किसानों की आमदनी बढ़ेगी. जिससे किसान आत्म निर्भर बनेगा. फल खाने से सेहत अच्छी होगी. जिससे उसकी रोगों के लिए प्रतिरोधी क्षमता बढ़ेगी और कोरोना जैसी भयानक महामारी भी उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकती.

ये भी पढ़ें: हिसार: सेंट्रल जेल में कैदी के पास मिले दो मोबाइल फोन, 6 कैदी के खिलाफ मामला दर्ज

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.