पलवल: आर्य नगर और मोती कॉलोनी एक तरफ नाले गंदगी से भरे हुए हैं. वही दूसरी तरफ नालों में से निकाली गई गंदगी नालों के किनारे डाली हुई है. जो बारिश होने पर वापस नालों में भी चली जाती है. लोगों का कहना है कि नालों की सफाई नहीं होवन के कारण बरसात होने पर नाले का पानी घरों में भर जाता है और तमाम रास्ते बंद हो जाते हैं. जिसके चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. साथ ही बीमारी के फैलने का खतरा बना रहता है.
वहीं जब आर्य नगर, मोती कॉलोनी में फैली गंदगी के बारे में वार्ड पार्षद मोहित गोयल से सवाल पूछा गया तो उन्होंने बताया कि लगातार बरसात होने के कारण नालों में से निकाली गई गंदगी को उठाया नहीं जा सका है. जल्द ही गंदगी को उठा लिया जाएगा. पार्षद ने बताया कि नाले जनस्वास्थ्य विभाग अंतर्गत आते हैं. जिनमें सफाई का काम नगर परिषद द्वारा कराया जाता है. लेकिन नालों की सफाई के लिए टेंडर समय पर नहीं होने के कारण इनकी सफाई नहीं कराई जा सकी है.
वहीं आर्य नगर, मोती कॉलोनी में फैली गंदगी के बारे में जिला उपायुक्त नरेश नरवाल ने बताया कि जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा तमाम नालों की सफाई करवाई है. लेकिन यदि कहीं कोई कमी रह गई है तो अगली बार उस कमी को दुरुस्त करा दिया जाएगा.
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बता दें कि हर साल मानसून आने से पहले नालों और नालियों की सफाई का काम किया जाता है. ताकि बारिश के मौसम में लोगों को जलभराव की समस्या का सामना ना करना पड़े. इसके लिए लाखों रुपये खर्च किए जाते हैं और प्रशासन के द्वारा तमाम दावे किए जाते हैं. लेकिन मानसून की पहली बारिश में ही प्रशासन के दावों की पोल खुल जाती है.