पलवल: अटोहा गांव के पास पिछले 2 दिन से धरना दे रहे मध्यप्रदेश के किसानों में उस समय जोश और उत्साह पैदा हो गया जब जेजेपी और इनसो के युवा कार्यकर्ताओं ने आकर उनके समर्थन में नारेबाजी शुरू कर दी. इनसो और जेजेपी के युवा कार्यकर्ताओं के आने के बाद से धरना स्थल पर स्थिति कभी भी बिगड़ने के आसार बन गए हैं. इसको लेकर पुलिस के कान खड़े हो गए हैं.
दिल्ली किसान आंदोलन में भाग लेने जा रहे मध्यप्रदेश के ग्वालियर और भिंड से आने वाले किसानों को पुलिस प्रशासन ने अटोहा गांव के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पर केजीपी के एमपी इंटरचेंज के पास रोका हुआ है. पुलिस प्रशासन की पाबंदी के बाद किसान यहीं पर 2 दिन से धरना दे रहे हैं. यहीं पर वो लोग भोजन बना रहे हैं और खा रहे हैं.
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किसान आंदोलन के अटोहा गांव के पास 2 दिन से चल रहे धरने को समर्थन देने के लिए जेजेपी और इनसो के सैकड़ों की संख्या में युवा कार्यकर्ता पहुंचे. कार्यकर्ताओं का कहना है कि आज तो थोड़ी संख्या में आए हैं कल हजारों की संख्या में यहां आकर इन किसानों को यहां से लेकर दिल्ली पहुंचाने का काम करेंगे.
तीन कृषि कानूनों को लेकर किसानों में काफी रोष है. किसानों का कहना है कि उन्हें नए कानूनों में इस बात की गारंटी चाहिए की न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम खरीदने वाले व्यक्ति को सजा मिलेगी. ग्वालियर से आए किसान नेताओं ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर को चेतावनी दी. उनका कहना है कि हम उनके गृह क्षेत्र से यहां तक आए हैं और उन्हें चेताना चाहते हैं कि अगली बार जब वो वोट मांगने के लिए वहां पर आएंगे तो उन्हें हम आइना दिखाने का काम करेंगे.