पलवल: पलवल में जिला स्तरीय गीता महोत्सव का आयोजन किया गया. ये महोत्सव सूचना जनसंपर्क एवं सांस्कृतिक विभाग और जिला प्रशासन के सहयोग गया. इस गीता महोत्सव का शुभारंभ विधायक दीपक मंगला ने रीबन काटकर किया.
गीता महोत्सव का आयोजन
इस अवसर पर दीपक मंगला ने गीता महोत्सव के दौरान आयोजन स्थल पर लगाई गई प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया. आपको बता दें कि महिला एवं बाल विकास विभाग, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, निर्वाचन, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, इस्कॉन ने अपनी प्रदर्शनी इस महोत्सव में लगाई.
चैतगुरूदास ने बताया गीता का महत्व
श्रीमद्भागवत गीता के संदेश के बारे में जानकारी देते हुए इस्कॉन मंदिर के वॉलिंयटर परमात्मा चैतगुरूदास ने बताया कि गीता में जो संदेश दिया गया है वह जीवन के सिद्घांत से है. गीता का ज्ञान सबसे पुरातन ज्ञान है. भगवान श्री कृष्ण ने यह ज्ञान अुर्जन को दिया था. गीता हमे जीवन जीने की कला सिखाती है. गीता के सिद्घांतों पर चलकर हर समस्या का समाधान किया जा सकता है. जो व्यक्ति सभी मनो धर्मा को छोडकर गीता के उपदेशों का अनुशरण करता है, भगवान उस व्यक्ति को सभी पापों से मुक्त कर देते है.
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आपको बता दें कि गीता भारतीय संस्कृति की आधारशिला कही जाती है. हिन्दू शास्त्रों में गीता का सर्वप्रथम स्थान है. गीता में 18 पर्व और 700 श्लोक है. इसके रचयिता वेदव्यास है. गीता महाभारत के भीष्म पर्व का ही एक अंग है.
कुरुक्षेत्र में मनाया जा रहा है अंतरराष्ट्रीय गीता जंयती
आपको बता दें कि धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय गीता जंयती महोत्सव मनाया जा रहा है. गीता जयंती महोत्सव में एक से बढ़ कर एक कलाकार रंग जमा रहे हैं. इस महोत्सव में एक तरफ धर्म और आस्था है तो दूसरी तरफ लोक संस्कृति भी लोगों को देखने को मिल रही है. इस अंतराष्ट्रीय गीत महोत्सव में विदेशों से भी पर्यटक आ रहे है.