पलवल: हरियाणा सरकार की 'मेरा पानी, मेरी विरासत' योजना रंग लाती दिख रही है. इस काम में सरकार को अब किसानों को सहयोग भी मिलने लगा है. पलवल जिले में बागवानी विभाग 'मेरा पानी, मेरी विरासत' योजना के तहत धान की खेती करने की बजाय सब्जियों की खेती करने के लिए किसानों को प्रोत्साहित कर रहा है. जिससे कि किसानों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके. धान की जगह अन्य खेती करने वाले किसानों को सरकारी अनुदान भी दिया जा रहा है. साथ ही फ्री में बीज भी मुहैया कराए जा रहे हैं.
किसानों को मिलेगा सरकारी अनुदान
सरकार की पहल को साकार बनाने में बागवनी विभाग और कृषि विभाग पूरी तरह से लगे हुए हैं. इस पर जिला बागवानी अधिकारी डॉक्टर रज्जाक का कहना अगर कोई किसान सब्जियों की खेती करता है तो उसे बीज फ्री में मुहैया कराया जा रहा है. साथ ही किसान को 8 हजार रुपये बागवानी विभाग और 7 हजार रुपये प्रति एकड़ पर कृषि विभाग की ओर से दिए जाएंगे.
उन्होंने कहा कि अगर कोई किसान बेलदार फसल जैसे, लोकी, कद्दू, तोरी आदि की खेती करता है तो बांस, बल्ली और ड्रिप सिंचाई के लिए किसान को प्रति एकड़ पर 40 हजार रुपये की राशि भी दी जाएगी.
किसान अपना रहे वैकल्पिक फसल
कृषि विभाग की ओर से मिल रही इस मदद के बाद किसानों का रुझान बागवानी फसलों की ओर बढ़ रहा है. किसान भिंडी आदि का बीज लेने के लिए बागवानी विभाग जाने लगे हैं. फसल बदलने का ये कार्यक्रम पलवल जिले में युद्ध स्तर पर चल रहा है. बागवानी विभाग ने 900 एकड़ जमीन में धान की जगह अन्य फसल का टारगेट रखा है. ऐसा बताया जा रहा है कि इस लक्ष्य को आज ही पूरा कर लिया जाएगा. इस प्रणाली से कम लागत में ज्यादा पैदावार होगी और सरकार के पानी बचाने के अभियान को भी ताकत मिलेगी.
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