पलवल: कहा जाता है कि किसी इमारत की मजबूती नींव पर टिकी होती है. इसी प्रकार शिक्षा की शुरुआत के वर्ष में अगर छात्रों को बेहतर दिशा मिले, तो यही छात्र आने वाले समय में राष्ट्र का भविष्य बन सकते हैं. इसको ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार की निपुण हरियाणा मिशन योजना धरातल पर कामयाब होती दिखाई दे रही है. बता दें कि केंद्र सरकार की निपुण हरियाणा मिशन योजना वर्ष 2022-23 के सत्र में अप्रैल माह से शुरू की गई, जबकि इस योजना के स्कोरबोर्ड की शुरुआत अक्टूबर माह वर्ष 2022 में हुई, ताकि इस योजना से मिलने वाले लाभ का आकलन किया जा सके. पलवल जिले ने निपुण हरियाणा मिशन योजना के तहत फरवरी माह के स्कोरबोर्ड में प्रदेश के 22 जिलों में प्रथम स्थान प्राप्त कर टॉप किया.
इस योजना के तहत पहली कक्षा से तीसरी कक्षा के छात्रों के न केवल पाठ्यक्रम बल्कि उनकी पढ़ाने की नीति में भी बदलाव कर अध्यापकों को ट्रेनिंग के साथ सभी पाठ्यक्रम संबंधित सामान उपलब्ध कराया जा रहा है. इस योजना के तहत न केवल छात्र अध्ययन में रुचि लेते हुए दिखाई दे रहे हैं बल्कि अध्यापक भी नई शिक्षा नीति की सराहना करते दिखाई दे रहे हैं, जिसका आने वाले समय में और बेहतर परिणाम सामने निकलकर आएंगे.
फरवरी माह के आंकड़ों के अनुसार इस योजना में पलवल सरकारी स्कूलों में कार्यरत अध्यापकों में और बेहतर कार्य करने को लेकर उत्साह बना हुआ है. अगर यही हालात रहे तो सरकारी स्कूलों से दूरी बनाकर रखने वाले अभिभावकों की विचार शैली बदलते देर नहीं लगेगी. एक और जहां निजी स्कूलों के दिन प्रतिदिन बढ़ते खर्चों को लेकर अभिभावक चिंतित रहते हैं. इसके साथ ही छात्रों की बेहतर शिक्षा का विकल्प भी सरकारी स्कूलों के रूप में अभिभावकों को लुभा सकता है.
वहीं, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बसंतगढ़ के जेबीटी टीचर बिशन सिंह ने बताया कि निपुण हरियाणा मिशन योजना के तहत छात्र रटन विद्या से दूर होकर अपने बौद्धिक विकास को तेजी से बढ़ते नजर आ रहे हैं. छात्र पूरे उत्साह के साथ शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ते नजर आ रहे हैं. खेल ही खेल में छात्र शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं. इस नई नीति के तहत छात्रों का लगाव स्कूल की और बढ़ा है. अब वह पढ़ाई को बोरिंग ना मानकर मनोरंजक तरीके से शिक्षा को प्राप्त कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि पहले की तरह छात्रों को पहाड़े या अन्य शिक्षा संबंधित पाठ्यक्रम पाठ्यक्रम रटने नही पड़ते है और वह निपुणता की ओर तेजी से कदम बढ़ाते नजर आ रहे हैं. अध्यापकों को भी इस नीति से अध्यापन की नई और बेहतर तकनीक मिली है.
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निपुण हरियाणा मिशन योजना को लेकर जब हमारी टीम ने अभिभावक शीला से जानकारी लेनी चाहिए. तो उन्होंने बताया कि उनकी पोती पहली कक्षा में सरकारी स्कूल में पढ़ती है. इस योजना को लेकर उनसे सवाल किया गया, तो उसके चेहरे पर खुशी का रंग दिखाई दिया और उन्होंने कहा उसका पोता पहले स्कूल जाने के नाम पर कतराती थी. अब वह स्कूल जाने के नाम पर खुश हो जाती है. सबसे बड़ा फायदा तो उन्हें यह मिला है. साथ ही शिक्षा में भी वह पहले से ज्यादा आगे बढ़ती नजर आ रही है और पढ़ाई पूरे उत्साह के साथ कर रही है. केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई यह एक अच्छी योजना है, जिसके लाभ तुरंत छात्रों को मिलने भी शुरू हो गए है.
वहीं, पलवल शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार बघेल ने बताया कि लंबे समय से चली आ रही रटन विद्या को खत्म कर नए तरीके से नए छात्रों को शिक्षा देने की नीति ही निपुण हरियाणा मिशन योजना है. इस योजना के तहत दी जाने वाली शिक्षा का लाभ छात्रों को मिल रहा है या नहीं इसके लिए भी प्रतिस्पर्धा एवं स्कोरबोर्ड निर्धारित किए गए, जिसमें छात्रों के विकास के मापदंड की तुलना की जाती है. इस योजना के स्कोरबोर्ड के अनुसार पलवल जिला अक्टूबर माह वर्ष में 17 वे पायदान पर था, नवंबर माह में 12वें पायदान जबकि दिसंबर माह में चौथे पायदान पर था और अब फरवरी माह वर्ष 2023 में पलवल जिला प्रदेश के 22 जिलों में से पहले पायदान पर आया है और पूरे प्रदेश में इस योजना के तहत पलवल जिले में टॉप किया है.